कवियत्री महादेवी वर्मा को मिला 48 हजार का नोटिस !
न्यूज डेस्क — इलाहाबाद नगर निगम ने मौत के 30 साल बाद हिंदी साहित्य जगत की महान लेखिका महादेवी वर्मा को 48 हजार का नोटिस जारी किया है. नोटिस में कहा गया है कि अगर 15 दिनों के भीतर यह राशि जमा नहीं की गयी तो कुर्की का वारंट जारी किया जाएगा.
दरअसल महादेवी वर्मा के आवास पर कुल 48, 075 रुपये का टैक्स बकाया है. इसमें 28172 रुपये बकाया, 16644 ब्याज, मौजूदा (चालू) कर 3234 और शुल्क 25 रुपये शामिल है. इस नोटिस के बाद कला और साहित्य जगत में रोष देखने को मिल रहा है. सहित्य और संस्कृति कर्मियों ने पूरे मामले में जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उनका कहना है कि कवियत्री महादेवी वर्मा के निधन 11 सितंबर, 1987 हो गया था. लेकिन नगर निगम के कर वसूली विभाग के अधिकारियों ने इसका भी कोई संज्ञान नहीं लिया और नोटिस जारी कर दिया.
बता दें कि अशोक नगर स्थित महादेवी वर्मा के आवास में अब उनके दत्तक बेटे रामजी पाण्डेय का परिवार रहता है.वहीं रामजी पाण्डेय के बड़े बेटे बृजेश पाण्डेय ने बताया कि वर्ष 1997-98 में उन्होंने नगर निगम को इस बंगले को ट्रस्ट के अधीन होने की जानकारी दे दी थी. जिसके बाद से उन्हें हाउस टैक्स का कोई बिल कभी प्राप्त ही नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि अब नोटिस जारी किया गया है, जो कि एक महान शख्सियत का अपमान है.
हालांकि नगर आयुक्त हरिकेश चौरसिया का कहना है कि गृहकर विभाग इन दिनों हाउस टैक्स वसूली के अभियान में जुटा है. लिहाजा उसी कड़ी में कर्मचारियों ने कवियत्री महादेवी वर्मा के नाम से भी गलती से नोटिस जारी कर दिया है. उन्होंने कहा है कि मामले के संज्ञान में आने के बाद नोटिस को निरस्त कर दिया गया है और अब बंगले में रहने वाले लोगों से पूछताछ के बाद वास्तविक स्वामी के नाम दोबारा नोटिस जारी की जायेगी.