पीएम मोदी का 1 मिनट बचाने के लिए चढ़ेगी 100 वृक्षों की बलि
न्यूज डेस्क — पीएम मोदी जहां पूरी दुनिया को प्रकृति बचाने का संदेश दे रहे हैं वहीं उन्ही का प्रशासन उनका एक मिनिट का समय बचाने के लिए 100 पेड़ों की बलि देने के लिए तैयार है.
जानकारी के अनुसार पीएम मोदी 14 जून को रायपुर से हेलिकाप्टर से भिलाई निवास के सामने मैदान में उतरने के बाद प्लांट का विजिट करेंगे. दो दिन पूर्व यह प्लानिंग की गई थी कि पीएम को सड़क मार्ग में डीपीएस चौक होते से फारेस्ट एवेन्यु होते हुए बीएसपी मेन गेट जाएंगे.
जिस रास्ते से मोदी गुजरने वाले हैं वो 04 मीटर चौड़ी है जिसे अब 7 मीटर करने की तैयारी है. 800 मीटर लंबी सड़क बनाने के लिए पेड़ों की कटाई का काम शुरू हो गया है. एक्सपर्ट की मानें तो इनसे करीब 1400 लोगों को आॅक्सीजन मिल सकती थी लेकिन कटाई के बाद नुकसान होने वाला है.
वहीं दूसरी ओर बफर जोन एरिया में कार्बन डाई आक्साइड और वोलाटाइल आर्गेनिक कंपाउंड की मात्रा मानक स्तर से 3 से 4 गुना अधिक रहता है. ऐसे में पेड़ ही एकमात्र विकल्प है जो उस प्रदूषण को डायलूट करता है. पेड़ काटने से प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाएगी.पीएम मोदी जहां पूरी दुनिया को प्रकृति बचाने का संदेश दे रहे हैं वहीं उन्ही का प्रशासन उनका एक मिनिट का समय बचाने के लिए 100 पेड़ों की बलि देने के लिए तैयार है.
बता दें कि पीएम मोदी 14 जून को रायपुर से हेलिकाप्टर से भिलाई निवास के सामने मैदान में उतरने के बाद प्लांट का विजिट करेंगे. दो दिन पूर्व यह प्लानिंग की गई थी कि पीएम को सड़क मार्ग में डीपीएस चौक होते से फारेस्ट एवेन्यु होते हुए बीएसपी मेन गेट जाएंगे.जिस रास्ते से मोदी गुजरने वाले हैं वो 04 मीटर चौड़ी है जिसे अब 7 मीटर करने की तैयारी है. 800 मीटर लंबी सड़क बनाने के लिए पेड़ों की कटाई का काम शुरू हो गया है. एक्सपर्ट की मानें तो इनसे करीब 1400 लोगों को आॅक्सीजन मिल सकती थी लेकिन कटाई के बाद नुकसान होने वाला है.
वहीं दूसरी ओर बफर जोन एरिया में कार्बन डाई आक्साइड और वोलाटाइल आर्गेनिक कंपाउंड की मात्रा मानक स्तर से 3 से 4 गुना अधिक रहता है. ऐसे में पेड़ ही एकमात्र विकल्प है जो उस प्रदूषण को डायलूट करता है. पेड़ काटने से प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाएगी.अब सवाल यह उठता है कि क्या मोदी के एक मिनट के लिए 100 से अधिक पेडों का कटना उचित होगा.