पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी
अंबेडकरनगर — जिस सौभाग्य योजना के सहारे प्रधानमंत्री गरीबों के जिंदगी का अंधकार दूर कर उजाला भरना चाहते अब उसी योजना का सहारा लेकर लूट मची है।
शौभाग्य योजना के बन्द होने के बाद अब बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी इस योजना के तहत हुए विधुत कनेक्शन को फर्जी बता कर उपभोक्ताओं से वसूली कर रहे हैं और पैसा न देने पर कनेक्शन भी काट रहे हैं।
प्रधानमंत्री जी जरा देखिये प्रदेश में आप ही के पार्टी की सरकार है और उसी के अधिकारी ही कैसे आप की महत्वाकांक्षी योजना को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा उसको पलीता लगा रहे हैं, बे खौफ विजली विभाग के कर्मचारी अपने अधिकारियों के नाम का हवाला दे कर उन शौभाग्य योजना के कनेक्शन धारियों को धमका कर पैसा वसूल रहे हैं जिनकी जिंदगी में आप उजाला लाना चाहते थे।
दरअसल मामला टाण्डा तहसील क्षेत्र के ग्राम जनार्दनपुर का है। बता दें कि इस गांव में भी कई परिवारों को शौभाग्य योजना के तहत फ्री में विधुत कनेक्शन मिला था और कुछ दिनों तक इन लोगों के घरों में उजाला भी रहा तो ये लोग प्रधानमंत्री का शुक्रिया अदा किया।लेकिन ये उजाला जल्द ही अंधेरे में बदल गया। दरअसल इस गांव में विधुत आपूर्ति बलया जगदीशपुर विधुत सबस्टेशन से विजली की आपूर्ति होती है।
जिसके जेई ऋषि कुमार हैं और इस केंद्र पर तैनात लाइनमैन अरविंद कुमार दो दिन पहले गांव में पहुँच कर शौभाग्य योजना के उपभोक्ताओं से 2500 रुपये की मांग करने लगा और कहा कि जेई साहब ने पैसा देने के लिए कहा है जब उपभोक्ताओं ने पैसा देने से इंकार किया तो उनका कनेक्शन ही काट दिया ।
वहीं दूसरे दिन जब पीड़ित ने लाईन मैन के पास फोन कर कहा कि साहब हम 2500 रुपया नही दे सकते तो लाइनमैन ने कहा कि जब पैसा नही दे सकते तो कनेक्शन क्या करोगे।शौभाग्य योजना अब बन्द हो गयी है जो मीटर लगा है वह उखड़ कर चला जायेगा ,कनेक्शन जुड़वाना है तो पैसा लेकर आ जाओ ,इसका एक ऑडियो भी वायरल हुआ है ,बाजवूद इसके विभाग के आलाधिकारी कार्रवाई को कौन कहे कैमरे पर बोलने को तैयार नही हैं। आखिर बोलें भी तो कैसे हिस्सा साहब का भी तो है ।
(रिपोर्ट-कार्तिकेय द्विवेदी,अंबेडकरनगर)