PM Kisan Yojana 17th Installment : पीएम मोदी ने जारी की किसान सम्मान निधि 17वीं किश्त

175

 PM Kisan Yojana 17th Installment : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वाराणसी में पीएम किसान योजना की 17वीं किस्त जारी कर दी है। इसके चलते अब तक योजना के तहत करीब 9.26 करोड़ किसानों के खातों में 20 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए जा चुके हैं। इस मौके पर पीएम मोदी ने देशभर की कृषि सखियों को प्रमाण पत्र भी बांटे। इस योजना के तहत किसानों को साल में 2000-2000 रुपये की तीन किस्तों में कुल 6000 रुपये भेजे जाते हैं। तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले पीएम किसान योजना से जुड़ी फाइल पर दस्तखत किए। इस योजना की 16वीं किस्त 28 फरवरी की शाम को जारी की गई।

दुनिया की सबसे बड़ी योजना

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना दुनिया की सबसे बड़ी डीबीटी योजनाओं में से एक है। इस योजना के तहत देशभर के करोड़ों किसानों को आर्थिक लाभ दिया जाता है। किसान अपने खेती-किसानी से जुड़े कामों के लिए पीएम किसान योजना का पैसा लेते हैं। इस बार योजना के तहत करीब 9.26 करोड़ किसानों को आर्थिक मदद मिलेगी। पीएम नरेंद्र मोदी ने बटन दबाकर किसानों के खातों में 20,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए।

पैसे आए हैं या नहीं, ऐसे करें चेक…

किसान भाई सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर जाएं।

फिर किसान होमपेज पर संबंधित लिंक पर क्लिक करें और अपना रजिस्ट्रेशन नंबर या आधार नंबर डालें।

Related News
1 of 1,063

इसके बाद कैप्चा डालें।

अब किसान ‘Get Status’ पर क्लिक करें।

फिर किस्त से जुड़ा स्टेटस स्क्रीन पर आ जाएगा।

किसान पीएम किसान मोबाइल ऐप के जरिए अपने भुगतान का स्टेटस चेक कर सकते हैं। ऐप को गूगल प्ले स्टोर या एप्पल ऐप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन नंबर या आधार नंबर डालें, ओटीपी डालें और लॉगिन पर क्लिक करें। लाभार्थी स्टेटस पर क्लिक करें और भुगतान स्टेटस स्क्रीन पर आ जाएगा।

ये भी पढ़ेंः- UP Weather: यूपी में झुलसाती गर्मी से मिलेगी राहत ! तीन दिन बाद सुहावना होगा मौसम

ये भी पढ़ें: IPL 2024: दिल्ली कैपिटल्स को तगड़ा झटका, ऋषभ पंत पर लगा इतने मैचों का प्रतिबंध, जानें वजह

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं…)

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments
Loading...