जन्मांध व्यक्ति बना मिसाल,बिना आंखों के ही करता है कुर्सी की कलाकारी
फर्रुखाबाद--कौन कहता है की आसमां में सुराख हो नहीं सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों; ये लाइनें जन्मांध श्याम सुंदर पर सटीक बैठती हैं। श्याम सुंदर कोई बहुत बड़ी हस्ती नहीं हैं, लेकिन वो एक असाधारण व्यक्ति हैं और असाधारण इसलिए…