IAS ट्रांसफर मामले में दर्ज FIR की सीबीआई जाँच की मांग

0 103

लखनऊः एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने एसटीएफ द्वारा आईएएस ( IAS) अफसर आईपी पाण्डेय को उपाध्यक्ष, के डीए पद पर नियुक्ति के लिए पैसे देने के मामले में थाना विभूतिखंड में दर्ज मुकदमे की विवेचना सीबीआई से करवाए जाने तथा आईएएस ( IAS) अफसर श्री पाण्डेय को तत्काल निलंबित करने की मांग की है.

ये भी पढ़ें..उन्नाव में ट्रिपल मर्डर से सनसनी, 2 बेटियों सहित मां की निर्मम हत्या

दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी अपनी शिकायत में नूतन ने कहा कि थाना विभूतिखंड में दर्ज मुकदमे को देखने से स्पष्ट है कि इस मामले में होटल सिल्वर सेवेन के मालिक अश्विनी जायसवाल की भी स्पष्ट भूमिका है, जिसने पैसे के लेनदेन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. इसके बाद भी एसटीएफ ने उन्हें बचाने का प्रयास किया.

Related News
1 of 1,027
अफसरों की भूमिका में कोई पूछताछ नहीं 

इसी प्रकार एसटीएफ ने अपनी एफआईआर में आईएएस ( IAS) अफसर की किसी भी भूमिका का उल्लेख नहीं किया है. एसटीएफ ने वायरल ऑडियो में मुख्यमंत्री कार्यालय के अफसरों की भूमिका के संबंध में भी कोई पूछताछ नहीं की. नूतन ने यह भी कहा कि आईएएस अफसर को मात्र राजस्व परिषद् से संबंध किया जाना पूर्णतया अपर्याप्त है.

अतः नूतन ने आईएएस अफसर श्री पाण्डेय को तत्काल निलंबित करने तथा थाना विभुति खंड में दर्ज एफआईआर की सीबीआई से जाँच करवाए जाने की मांग की है. साथ ही उन्होंने एसटीएफ द्वारा जानबूझ कर अभियुक्तों को बचाने के संबंध में भी जाँच कर कार्यवाही करने की मांग की है.

ये भी पढ़ें..आखिर क्यों प्रियंका के ‘खेल’ से डरी मायावती ? जानें असल वजह

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments
Loading...