सात साल बाद इंसाफ, निर्भया के चारों गुनहगारों को एक साथ दी गई फांसी

सुबह ठीक 5.30 बजे निर्भया के चारों दरिंदों को फांसी पर लटका दिया गया.

0 24

राजधानी दिल्ली में साल 2012 में हुए निर्भया (Nirbhaya) गैंगरेप कांड में आज करीब सवा सात साल के बाद इंसाफ हुआ है. तिहाड़ जेल के फांसी घर में शुक्रवार सुबह ठीक 5.30 बजे निर्भया के चारों दरिंदों को फांसी पर लटका दिया गया. निर्भया (Nirbhaya) के चारों दोषियों विनय, अक्षय, मुकेश और पवन गुप्ता को एक साथ फांसी के फंदे पर लटकाया गया और अब इनके शवों को पोस्टमार्टम हो रहा है.

ये भी पढ़ें..विश्व हिन्दू परिषद के रामोत्सव में लगा कोरोना ग्रहण

बता दें कि सात साल 3 महीने और तीन दिन पहले यानी 16 दिसंबर 2012 को देश की राजधानी में हुई इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. सड़कों पर युवाओं का सैलाब इंसाफ मांगने के लिए निकला था और आज जाकर उसका नतीजा निकला है. शुक्रवार सुबह दोषियों को फांसी दिए जाने के बाद लोगों ने तिहाड़ के बाहर मिठाई भी बांटी.

Related News
1 of 1,063

वहीं निर्भया की मां आशा देवी ने लंबे समय तक इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ी, आज जब दोषियों को फांसी दी गई तो उन्होंने ऐलान किया कि 20 मार्च को वह निर्भया दिवस के रूप में मनाएंगी. आशा देवी का कहना है कि वह अब देश की दूसरी बेटियों के लिए लड़ाई लड़ेंगी.

इससे पहले आधी रात को वकील एपी सिंह ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया और जब सर्वोच्च अदालत बैठी तो वहां भी निर्भया के दोषी कुछ ऐसी दलील नहीं दे सके जिसकी वजह से ये फांसी टले. हालांकि, एपी सिंह लगातार इस फांसी को गलत बताते रहे और मीडिया-अदालत और राजनीति पर आरोप मढ़ते रहे.

ये भी पढ़ें..जब प्रभारी मंत्री ने पढे कसीदे- हमारी सरकार में घोटाले प्रकाश में आ रहे हैं और…

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments
Loading...