गरीबी रेखा की सूची में शामिल हुए सांसद ‘साक्षी महाराज’
एटा– बीजेपी के फायर ब्रांड नेता व उन्नाव के सॉंसद साक्षी महाराज और उनके भाई विजय स्वरुप सहित लोग आयुष्मान भारत योजना के पात्र बने। गौरतलब है कि 2011 में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालो की सूची बनी थी।
निर्धन, व मकान रहित लोगों को गरीबी रेखा से नीचे की सूची में योजनाओं का लाभ लेने के लिए उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज का नाम भी अंकित है इनके 118 खाशम खास लोगों सहित इनका और इनके भाई का नाम आयुष्मान भारत योजना में सरकारी रिटायर्ड शिक्षक, व्यापारी और स्कूल के प्रबंधक भी शामिल।
एटा की ग्राम पंचायत भगीपुर में चयनित 512 लाभार्थियों की सूची में 118 वें नंबर पर है सॉंसद साक्षी महाराज का नाम है। सूची चस्पा करने से पहले स्वास्थ महकमें और प्रशासनिक अधिकारियों की घोर लापरवाही की सूची जांचने तक की जहमत नहीं उठाई। जी हां, भले ही केन्द्र सरकार गरीबों को लाभ पहुंचाने के लिए योजनाएं ला रही हो लेकिन एटा में स्वास्थ महकमें और प्रशासनिक अमले की घोर लापरवाही सामने आई है।
गरीब परिवारों को चिकित्सा सुविधा देने के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत में सॉसद साक्षी महाराज को ही योजनाओं का पात्र बना दिया गया है।उन्नाव के सॉंसद साक्षी महाराज को प्रधानमंत्री की आयुष्मान भारत योजना के पात्र बना दिया गया है तो वहीं कल जारी की गयी सूचना में अत्यंत गरीब पात्रों को वंचित कर दिया गया है।
आपको बता दे केन्द्र सरकार ने प्रत्येक गरीब परिवार को चिकित्सा सुविधा मुहैय्या कराने के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की है जिसके तहत सूची में शामिल लोगों को 5 लाख रुपये की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। एटा में ग्राम स्वराज अभियान के तहत जिले की भगीपुर ग्राम पंचायत में आयुष्मान भारत दिवस के मौके पर जिले के सॉंसद राजू भईया के समक्ष जब सूची का प्रकाशन किया गया तो सूची को देखने के लिए तमाम गरीब उमड़ पड़े।
ग्राम पंचायत में चयनित 512 लाभार्थियों की सूची में 118 वे नंबर पर उन्नाव सॉंक्षी महाराज का नाम देखकर गरीब भी हैरत में पड़ गये। सूची में सॉंसद साक्षी महाराज के साथ साथ उनके भाई विजय स्वरुप के नाम के साथ ही रिटायर्ड शिक्षक, व्यापारी भी शामिल और उनके स्कूल के प्रबंधक भी शामिल है। ऐसे में योजना को लेकर एटा प्रशाशन पर तमाम सवालियॉ निशान खड़े हो गये है?
वही स्वास्थ महकमें की इस घोर लापरवाही पर सीएमओ एटा अजय अग्रवाल सफाई देते नजर आये तो वहीं जिलाधिकारी अमित किशोर ने 2011 की सामाजिक और आर्थिक जनगणना के आधार पर पात्र परिवारों का चयन की बात कहते हुए इसे गंभीर प्रकरण माना है और पूरे मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई की बात कहते नजर आए।
(रिपोर्ट- आर.बी. द्विवेदी, एटा)