मोदी सरकार को चेतावनी, ‘अगले 5 सालों में नहीं बना राम मंदिर कर लूंगा आत्मदाह’
न्यूज डेस्क — भारतीय जनता पार्टी की केंद्र में दोबारा सरकार बनते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर संतों की मांग अब तेज होने लगी है।
इतना ही नहीं संत समाज राम मंदिर के लिए अपने प्राणों की बलि देने को तैयार है। तपस्वी छावनी में संतों ने राम मंदिर निर्माण के लिए यज्ञ किया, इस यज्ञ में श्री रामलला मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास सामिल हुए।
यज्ञ के आयोजक स्वामी परमहंस दास ने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि मोदी सरकार पंचवर्षीय कार्यकाल में राम मंदिर का निर्माण नहीं किया तो वह पीएम कार्यालय के सामने आत्मदाह कर लेंगे।
राम मंदिर निर्माण की उपेक्षा को लेकर संत समाज अब आंदोलन की राह चलने को मजबूर हो रहा है। 3 जून को छोटी छावनी में राम मंदिर को लेकर संतों, विहिप व संघ की संयुक्त बैठक होने वाली है। लेकिन इससे पहले तपस्वी छावनी के श्री महंत व राम मंदिर के लिए आमरण अनशन कर चुके स्वामी परमहंस दास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि अयोध्या में सोमनाथ की तर्ज पर राम मंदिर का निर्माण कराए।
उन्होंने कहा कि मोदी पार्ट-2 सरकार के काम की शुरुवात ही राम मंदिर से हो। राम मंदिरे के लिए आज संतों ने छावनी मंदिर के बाहर राम मंदिर निर्माण के लिए यज्ञ का आयोजन किया, जिसमें श्री रामलला के मुख्यपूजारी आचार्य सतेंद्र दास सामिल हुए। यज्ञ के आयोजक स्वामी परमहंस दास ने यज्ञ के दौरान शपथ ली है कि यदि पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के पंचवर्षीय कार्यकाल में राम मंदिर निर्माण नहीं हुआ तो वह पीएम कार्यालय के सामने आत्मदाह कर लेंगे।