मनरेगा योजना में भष्टाचार को लेकर जमकर मारपीट
बाराबंकी — जिले के ब्लॉक सूरतगंज स्थित कसौंजा गाँव के दबंग प्रधान अनिल यादव द्वारा तालाब की खोदाई गैर जनपद के ठेकेदारों द्वारा करवा दी गयी जिससे ग्राम पंचायत के बेरोजगार लोगों को मनरेगा के तहत खोदाई करवाये गए तालाब में मिलने वाली मजदूरी से वंचित होना पड़ा।
क्षेत्रीय ब्लॉक से लेकर जिले के आलाधिकारियों से भी इस तालाब की खोदाई में की गई धांधली और भ्रष्टाचार की शिकायत यहां के स्थानीय निवासी देवेंद्र प्रताप सिंह सहित अन्य कई लोगों द्वारा किया गया।
लेकिन किसी बड़े अधिकारी ने इस भ्रष्टाचार में संलिप्त ग्राम प्रधान व ब्लॉक के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही तो छोड़िए मौके पर जांच भी नही करने पहुँचा उसके बाद मामला प्रदेश के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या के पास पहुँचा। लिहाजा जिले के अधिकारियों को भी मजबूरन इसमें इस मामले की जाँच करवाने के लिए डीसी मनरेगा को मौके पर भेजा गया। लेकिन जाँच अधिकारी के सामने ही प्रधानप्रतिनिधि अनिल यादव व उनके समर्थकों द्वारा शिकायतकर्ता पर जानलेवा हमला बोल दिया गया।
मनरेगा योजना के तहत खोदाई करवाये गए तालाब में हुई लूट घसूट और की गई धांधली की जांच भले ही ना हो पाई हो लेकिन शिकायत करने वाले देवेंद्र सिंह पर प्रधान व उनके समर्थको द्वारा की गई मारपीट में उन लोगों के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 323, 504, 506, व धारा 147,149,सहित 452 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया हैं। जिसके बाद आरोपी अनिल यादव द्वारा अपनी सफाई में मारपीट न किये जाने की सफाई पेश की जाने लगीं। उन्होंने अपनी सफाई में शिकायत कर्ता पर आरोप लगाते हुए बताया हैं की किसी सड़क के पेमेंट के सिलसिले से उनपर जबरन दबाव बनाया जा रहा था।
उधर इस मामले पर जनपद के जिलाधिकारी उदय भानु त्रिपाठी से जब हमारी टीम ने मामले की जानकारी ली तो उनका कहना था इस बार पुलिस फोर्स के साथ जांच अधिकारी को मौके पर भेजा जाएगा और जाँच के बाद दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी ! अब सवाल हैं जो लोग जाँच अधिकारियों के सामने मारपीट करते हो क्या उनके खिलाफ ये प्रशासन कोई कार्यवाही करेगा।
रिपोर्ट – सतीश कश्यप बाराबंकी