किसानों द्वारा आलू फेंके जाने के मामले पर कृषि मंत्री ने साधा सपा पर निशाना
गोरखपुर– उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने लखनऊ की सड़कों पर आलू फेंके जाने की घटना पर सपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सुनियोजित साजिश के तहत लखनऊ की सड़कों पर आलू फेंकवाया गया। शाही ने कहा कि किसान को आना होता तो दिन में आता, रात के अंधेरे में तो चोर आता है।
किसान तो बहादुर और संघर्षशील है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के कुछ नेताओं की प्रेरणा से उनके कुछ नेताओं ने इस काम को अंजाम दिया। साथ ही उन्होंने अपनी पार्टी की तारीफों के पल बांधते हुए कहा – ’19 मार्च को हमलोगों की सरकार बनी। मुख्यमंत्री जी ने तुरंत बैठक बुलाई और तुरंत ही कमेटी बना दी और उसका फैसला करा दिया। 300 किमी के ऊपर आलू की ढुलाई होती है तो 50 रुपया प्रति क्विंटल की दर से सब्सिडी निर्धारित कर दी है। हमने बाजार हस्ताक्षरित योजना के तहत में 250-300 रुपए प्रति क्विंटल आलू था तब हमने 467 रुपए प्रति क्विंटल आलू का रेट तय किया। हमारे रेट तय करने की वजह से 150 रुपए बाजार ऊपर उठ गया। ‘
किसानों का शुल्क माफ करने और सब्सिडी देने पर पूर्ववर्ती सपा सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इससे पहले किस सरकार ने किसानों को राहत दी थी। जो लोग अपने को धरती और किसानों का मसीहा बताते थे। उनके जमाने में तो सड़कों पर आलू का ढेर लगा रहता था। कोल्ड स्टोरेज में आलू सड़ते थे। आज ये हमारे उस नीति का परिणाम है कि प्रदेश के भीतर 120 लाख मीट्रिक टन आलू भंडारण के लिए रखा गया था आज सारे आलू की खपत हो गई। इस साल रिकार्ड 153 लाख आलू का उत्पादन हुआ था।
वही समाजवादी पार्टी के एमएलसी राजपाल कश्यप ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुये कहा बीजेपी जो कह रही है वह सही है की किसान समाजवादी पार्टी मे ही है और किसानो की हितैसी भी समाजवादी पार्टी है इसलिए तो आलू खेती करने वाले किसानो की पीड़ा सरकार के जेहन मे डालने का काम समाजवादी पार्टी कर रही है।
रिपोर्ट -गौरव मिश्रा , गोरखपुर