घोटालेबाज शिक्षक व ग्राम प्रधान ही गटक रहे बच्चों का मिड डे मील
एटा– उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के सरकारी स्कूलों में मिड डे मील वितरण को लेकर चाहे कितने ही गम्भीर क्यों ना हो , लेकिन घोटालेबाज शिक्षक व ग्राम प्रधान आज भी सुधरने का नाम नही ले रहे है।
बच्चों का निवाला बने मिड डे मील को आज भी गटक रहे हैं। जिसकी बानगी जनपद एटा के उच्च प्राथमिक विद्यालय छितौनी में देखने को मिली। जहां पर स्कूल में बच्चो को दोपहर के डेढ़ बजे तक मिड डे मील भोजन नही मिला और ना ही पूर्व से बांटा जा रहा है। न ही मानक के हिसाब से फल बांटे गए। और तो और इस सरकारी विद्यालय में स्टाफ के रूप में 4 शिक्षकों में से 3 शिक्षक गायब मिले। जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री इन सरकारी स्कूलों की शिक्षा के स्तर को सुधारने की बात करते है । वही प्रदेश की योगी सरकार को एक वर्ष पूरे होने जा रहे है लेकिन सरकारी प्राईमरी और पूर्व उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों की स्थिति जस की तस बनी हुई है।
जनपद एटा के शीतलपुर ब्लॉक के छितौनी गाँव मे स्थित सरकारी प्राईमरी और जूनियर स्कूल में जाकर जब मीडिया की टीम ने चेक़ किया तो उत्तरपदेश सरकार के सारे दावे खोखले नजर आए। वही जब हमने मासूम बच्चो से बात की तो उन्होंने कहा कि अभी तक हमे मिड डे मील का भोजन नही मिला । स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में मिड डे मील नही बांटा जाता है। कभी कभी बांट दिया जाता है। ग्राम प्रधान और शिक्षकों की मिली भगत से पूरे मिड डे मील को गटक लिया जाता है ।वही विद्यालय के बर्तमान प्रधानाचार्य महेश चन्द्र ने स्वीकार किया कि पुराने प्रधानाचार्य तो गड़बड़ी करते थे जिनकी काफी शिकायतें थी । लेकिन अभी सब ठीक है । प्रधानाचार्य के सामने ही जब बच्चो ने मिड डे मील ना मिलने की बात कही तो शिक्षक की सब पोल खुल गई। इस विद्यालय में 4 शिक्षक तैनात है जबकि 3 तीनों शिक्षक स्कूल से गायब थे सुबह से ही विद्यालय नही आये ।
प्रधानाचार्य महोदय सफाई देते हुए उन्हें विद्यालय के कार्य से गायब होना बता रहे है। जबकि स्कूली मासूम छात्रों व ग्रामीणों ने बताया कि इस सरकारी स्कूल छितौनी में ना तो मिड डे मील बटता है और नाही स्कूल में शिक्षक आते है । इसलिए बच्चें इस स्कूल से बाहर जाकर पढ़ने को मजबूर है । ग्रामीणों ने इन शिक्षक और ग्राम प्रधानोँ पर सरकार की मिड डे मील, व पढ़ें बेटी,और बढ़े बेटी योजना को भी चूना लगा रहे है । वही इन ग्रामीणों का आरोप है कि इन शिक्षकों और प्रधानोँ पर सरकार में ऊँची पहुँच रखने वाले पर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत के बाबजूद भी इन पर कोई कार्यवाही नही होती है। वही हम जिले के एक स्कूल की बात नही कर रहे है जनपद के ज्यादातर स्कूलों की यही स्थिति है जिससे खुलेआम सरकार को चूना लगाया जा रहा है। वही जब हमने जिला शिक्षा अधिकारी बीएसए संतोष कुमार से बात की तो उन्होंने मिड डे मील को ना बांटने को लेकर कहा कि मिड डे मील नही बाटना ये गम्भीर समस्या है हमने जाँच गठित कर दी है और स्कूल में 3 शिक्षक डियूटी पर नदारद होने को लेकर जाँच आते ही सस्पेंड की कठोर से कठोर कार्यवाही की जाएगी,और वो किसी भी हालत में वो बच नही पाएंगे।
(रिपोर्ट- आर. बी. द्विवेदी , एटा )