यूपी समाचार की खास रिपोर्टः ये है 125 परिवारों के पलायन का चौंकाने वाला सच
मेरठ — जिले के 125 परिवारों के पलायन के मामले ने पूरे उत्तर प्रदेश में खलबली मचा दी है और एडीजी, कमिश्नर से लेकर जिलाधिकारी, एसएसपी और जनप्रतिनिधि भी इलाके में पहुँच गए और यहां के लोगों से बातचीत की।
वहीं पलायन के इस बात का रहस्य जानने के लिए ‘यूपी समाचार’ की टीम इस इलाके में पहुंची और यहां के लोगों से सच्चाई जानने की कोशिश की।मेरठ के थाना लिसाड़ी गेट इलाके का प्रह्लाद नगर इन दिनों 125 परिवारों के पलायन को लेकर चर्चाओं में है। यह पूरा इलाका मिश्रित आबादी वाला है यहां पर हिंदू मुस्लिम दोनों ही समुदाय के लोग रहते हैं।
लेकिन यहां पर अचानक लोगों ने अपने घरों के बाहर “यह मकान बिकाऊ है” लिख दिया है और यहां से मकान खाली कर कर के जाने लगे हैं । लेकिन यह लोग क्यों मकान खाली कर रहे हैं और क्या वजह है इन सब लोगों के यहां से जाने की, इसी का रहस्य जानने के लिए जब हम इलके में पहुंचकर पड़ताल की और यहां के लोगों से बातचीत की।
यहां पुरुषों से लेकर महिलाओं तक का कहना है कि इलाके में आजकल स्टंटबाजी होने लगी है और यह स्टंट बाज यहां की महिलाओं से छेड़छाड़ भी करते हैं जिसकी वजह से लोग डरे सहमे रहते हैं। पतली पतली छोटी-छोटी गलियों में ट्रैफिक का आना जाना ज्यादा हो हो गया है जिस कारण महिलाएं और बच्चे घरों में कैद होकर रह गए हैं। यहां के लोगों का यह कहना है कि उनके रिश्तेदार भी यहां आने से कतराते हैं क्योंकि गलियां छोटी-छोटी हैं और वाहन खड़े करने का कोई ठिकाना नहीं है। यह तो थी स्टंटबाजी की बात लेकिन स्टंट बाज यहां की लड़कियों से और महिलाओं से छेड़छाड़ भी करते हैं जिसकी वजह से कुछ लोग दहशत में भी हैं।
यह देखिए यह है यहां का कब्रिस्तान और यह मंदिर। मंदिर और कब्रिस्तान बिल्कुल बराबर में और दोनों की दीवार भी एक है। दोनों को देखकर लगता है कि आज भी यहां पर हिंदू मुस्लिम भाईचारा कायम है । लेकिन कुछ असामाजिक तत्व स्टंट बाजी करते हैं उनकी वजह से हिंदू ही नहीं मुस्लिम परिवार भी परेशान है और कुछ मुस्लिम परिवार भी यहां से अपना घर बेचकर जा रहे हैं। लेकिन कुछ अफवाहें हैं कि दो समुदाय के तनाव के चलते यहां से लोग पलायन कर रहे हैं जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है सच्चाई कुछ और ही है…………
वहीं मौके पर पहुंचे भाजपा विधायक सोमेंद्र तोमर से जब हमारे संवाददाता ने बातचीत की तो उनके चेहरे पर और शब्दों में प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ गुस्सा साफ दिख रहा था। उनका कहना है कि फरवरी 2019 में प्रशासन से यहां स्टंट बाजी करने वालों के खिलाफ शिकायत की गई थी लेकिन प्रशासन ने लापरवाही दिखाते हुए कोई भी कदम नहीं उठाया जिसके चलते लोगों को इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा कि वह लोग यहां से घर छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गए।
लोगों को यहां से जाते हुए देख इलाके के बूथ अध्यक्ष भवेश ने प्रधानमंत्री पोर्टल पर इसकी शिकायत भी की तो मेरठ सहित लखनऊ तक प्रशासन में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में एडीजी, कमिश्नर , डीएम और एसएसपी सहित तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की , लेकिन अभी तक इस पर कोई भी कड़ा एक्शन नहीं लिया गया। हालांकि गली में ट्रैफिक होने का मामला भी सामने आया तो दोनों तरफ गेट लगाने की बात भी की गई जिसके लिए यहां की लोगों की कमेटी को बैठाया जाएगा और उसमें गेट लगाने की बात पर भी विचार विमर्श किया जाएगा ।
लेकिन सवाल है कि 125 परिवार पुलिस प्रसाशन की कानून व्यवस्था के लचर रवैये के चलते अपना आशियाना छोड़ कर चले जाते हैं तो योगी जी के कानून-व्यवस्था सुधारने के दावे कितने सही होते हैं।
(रिपोर्ट-प्रदीप शर्मा,मेरठ)