मेरठ में अब तक का सबसे बड़ा ‘खाना घोटाला’, करोड़ो डकार गए अधिकारी
मेरठ –अभी तक आपने तमाम घोटालों के बारे में सुना होगा लेकिन हम आपको आज ऐसे घोटाले से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसको सुनकर और देख कर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे।
आज आपको दिखाएंगे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित प्यारेलाल जिला अस्पताल में खाना घोटाला। सरकार स्वास्थ्य विभाग को लेकर बड़ी संजीदा नजर आती है। गरीब तबके के लोगों के लिए सरकार ने स्वास्थ्य संबंधित कई योजनाएं भी निकाली। लेकिन क्या हो जब सरकारी अस्पतालों में मिलने वाली सुविधाएं ही वेंटिलेटर पर चल रही हो। इन सुविधाओं के लिए सरकार से करोड़ों रुपए का बजट आता है लेकिन यह सारा पैसा उच्च स्तर पर बैठे अधिकारी डकार जाते हैं।
पेश है मेरठ से प्रदीप शर्मा की ये खास रिपोर्ट……………
दरअसल मेरठ के प्यारेलाल शर्मा जिला अस्पताल में सुविधाएं जो मरीजों को मिलनी चाहिए थी वह दम तोड़ती नजर आ रही है। जिला अस्पताल में मरीजों को परोसे जाने वाला खाना ऐसा दिया जाता है कि उसे जानवर भी खाना पसंद ना करें। दाल के नाम पर पीला पानी परोसा जाता है, सब्जी तो ऐसी होती है मानो किसी ने अभी सब्जी काटने के बाद धोकर रखी हो और रोटी की बात करें तो वह भी कच्ची पक्की।
बात यहीं खत्म नहीं होती है यह तो खाने का हाल हुआ लेकिन जहां यह खाना बनता है अब उस रसोई घर का भी हाल देख लीजिए… रसोई में गंदगी का आलम ऐसा है कि इसमें बनने वाले खाने को अगर कोई खाए तो और बीमार पड़ जाए।वहीं छिपकली जैसी जहरीली जीव आपको रसोई घर के बर्तनों पर बैठी नजर आ जाएंगी।इसके अलावा तमाम तरह की खामिया देखने को मिली।
जब हमारे संवाददाता प्रदीप शर्मा ने रसोई घर का जायज़ा लिया और इन कर्मचारियों से खाने और साफ-सफाई को लेकर तो बात की गई तो इनका जवाब काभी शर्मनाक था।
इसके बाद हम जिला अस्पताल के वार्ड में भर्ती मरीजों से मिलने वाले खाने के बारे में जानकारी ली तो कुछ मरीजों ने तो यह बताया की उनको तो खाना दिया ही नहीं जाता। इसी दौरान अस्पताल के रसोई घर से मिली खाने की लिस्ट में सुबह शाम दो केले और दो सेब हर मरीज को दिए जाने थे लेकिन मरीज़ो का कहना है कि उनको सिर्फ दो केले ही दिए जा रहे है …… अब ये मरीजों की डाइट के नाम पर कितना बड़ा खाना घोटाला है ये आप खुद ही देख लीजिए घोटाला ……….
(रिपोेर्ट-प्रदीप शर्मा,मेरठ)