मेरठः रेड लाइट एरिया में छापा मार, 4 लड़कियों को कराया मुक्त
मेरठ — कहते हैं मजबूरी इंसान से सबकुछ करवा देती है। अगर मजबूरी परिवार की हो तो औरत अपने परिवार के लिए सब कुछ दांव पर लगा देती है।
हम बात कर रहें हैं एक बेटी की जिसने अपने पिता के इलाज के लिए खुद को वेश्यावृत्ति के काले धंधे में झोंक दिया तो वहीं दूसरी तरफ एक मां ने भी अपने बिना बाप के बच्चे को पालने के लिए लोकलाज का डर दिल से निकाल कर अपने जिस्म का सौदा कर लिया।
मेरठ के रेड लाइट इलाके में मेरठ पुलिस और दिल्ली के एक एनजीओ ने आज चार लड़कियों को मुक्त कराया है। देह व्यापार में संलिप्त इन लड़कियों ने बताया की परिवार की मजबूरी के चलते वह इस दलदल में फंसी है। रेस्क्यू कराई गई ये युवतियां राजस्थान और नेपाल की है। पुलिस ने कोठा संचालिका को भी हिरासत में ले लिया है।
बता दें कि थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्र की बदनाम गलियों से पुलिस ने आज छापेमारी करते हुए चार लड़कियों को मुक्त कराया गया है। दिल्ली के रेस्क्यू फाउंडेशन ने मेरठ पुलिस से सम्पर्क किया और बताया कि पिंकी के कोठे पर जबरन देह व्यापार कराया जा रहा है। पुलिस ने एनजीओ के पदाधिकारी के साथ पिंकी के कोठे पर छापामारी करते हुए चार लड़कियों और कोठा संचालिका को हिरासत में लिया है। मुक्त कराई गई लड़कियों में से दो नाबालिग भी है।
पूछताछ में रेस्क्यू कराई गई दो युवतियों ने बताया कि मजबूरी उन्हें इस धंधे में खींच लायी है, किसी ने कहा कि पिता के इलाज के चलते वह देह व्यापार कर रही है तो किसी के पति ने दूसरी शादी कर ली तो बेटे की अच्छी परवरिश के लिए मजबूरी में यह काम करना पड़ रहा है। पुलिस के मुताबिक रेस्क्यू करायी गई युवतियों के परिजनों से सम्पर्क साधा जा रहा है, साथ ही कोठा संचालिका के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जायेगी।
(रिपोेर्ट-अर्जुन टंडन,मेरठ)