इरशाद के एनकाउंटर पर आरोपो में घिरी मेरठ पुलिस
मेरठ — सूबे में योगी सरकार बनते ही सबसे पहले कानून व्यवस्था सुधारने की बात की गई थी और जिसके लिए पुलिस को भी छूट दी गई थी कि वह अपने तरीके से अपराध और अपराधियों पर लगाम कसे।
जिसके बाद यूपी पुलिस एक्शन मोड में आई और लगातार एनकाउंटर करने लगी ।लगातार एनकाउंटर मोड में दिखने वाली यूपी पुलिस का अब हर तीसरा एनकाउंटर संदेह के घेरे में है।
बता दें कि मंगलवार की सुबह सरधना क्षेत्र में पुलिस और पशु तस्करों के बीच हुई मुठभेड़ भी अब पुलिस के गले की फांस बनती दिखाई दे रही है। दरअसल, मुठभेड़ में मारे गए इरशाद के परिजन दोपहर को उसका शव लेने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया। उन्होंने पुलिस पर इरशाद को घर से उठाकर फर्जी मुठभेड़ में मार गिराने का आरोप लगाया। बहरहाल अभी परिजन शव लेकर वापस लौट गए हैं। लेकिन आगे इस मामले मे कार्यवाही की बात कह रहे हैं।
बताते चलें कि आज सुबह ही सरधना के जसड़ गांव के पास पुलिस और तथाकथित गो तस्करों के बीच हुई मुठभेड़ में इरशाद की मौत हो गई थी। जिसके बाद उसके परिवार के लोग पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो उन्होंने हंगामा कर कर दिया। उनका कहना है कि इरशाद के खिलाफ किसी थाने में कोई मामला दर्ज नहीं है। साथ ही उनका कहना है कि सोमवार रात दस बजे तक इरशाद घर में ही था। लेकिन रात को उसे पुलिस कब उठा कर ले गई, इसका उन्हें पता ही नहीं चला। परिजनों ने इरशाद की मौत को फ़र्ज़ी मुठभेड़ बताया है। हालांकि इस एनकाउंटर में कितनी सच्चाई है ये तो जाँच के बाद ही साफ हो पायेगा।
(रिपोर्ट-शुभम शर्मा,मेरठ)