कोरोना काल में पहली बार खुले स्कूल लेकिन विद्यार्थी रहे नदारद
कोरोना काल के चलते लगभग 7 महीने बाद सरकार के आदेश पर आज स्कूल कॉलेज खोले गए लेकिन अभिभावकों के दिलों में बसा कोरोना का डर नहीं खुला। जिसके चलते स्कूलों में अध्यापक आए लेकिन छात्र नदारद रहे……..
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10% छात्र रहे उपस्थित
बता दें कि सरकार ने आदेश है कि नौवीं कक्षा से 12वीं कक्षा तक सभी स्कूलों को खोल दिया जाए लेकिन स्कूल में आने वाले छात्र अपने अभिभावकों को से सहमति लेकर ही स्कूल में आए और स्कूल प्रबंधन भी सरकार की गाइडलाइंस का पूरा ख्याल रखें।
मेरठ में आज लगभग सभी स्कूल खोले गए और सरकार की गाइडलाइन का पूरा ख्याल भी रखा गया। लखनऊ से स्कूलों का निरीक्षण करने पहुंचे टीम ने निरीक्षण भी किया जिसमें पाया गया कि स्कूलों में लगभग 10% ही छात्र उपस्थित रहे…..
अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे
निदेशक माध्यमिक व्यवसाय शिक्षा मंजू शर्मा ने बताया कि अभी अभिभावकों में जागरूकता की कमी है जिस कारण अपने बच्चों को अभिभावक स्कूल भेजने से डर रहे हैं लेकिन अब अभिभावकों को जागरूक कर उन्हें बताया जाएगा कि कोरोना से डरने की नहीं बचने की जरूरत है। जिसके बाद धीरे-धीरे छात्रों की संख्या बढ़ती जाएगी।
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(रिपोर्ट- लोकेश टंडन,मेरठ)