शहीद की हुई अंतिम विदाई, उमड़ा जनसैलाब
बलिया– छत्तीसगढ़ के सुकमा में शहीद मनोज सिंह को तमसा नदी के तट पर सीआरपीएफ के जवानों ने गार्ड आफ ऑनर देकर श्रद्धांजलि दी । मौके पर राज्य मंत्री उपेन्द्र तिवारी के अलावे जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौजूद रहे साथ ही हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने भारत माता के जयकारे के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी ।
शहीद मनोज कुमार सिंह के पिता नरेंद्र नारायण सिंह भी सीआरपीएफ की नौकरी से सन् 2007 में रिटायर हो गए थे। शहीद ने अपने पीछे पत्नी सुमन और दो लड़के प्रिंस सिंह 7 वर्ष और प्रतीक सिंह 5 वर्ष को छोड़ गए है । शहीद की पत्नी सुमन ने बताया कि मेरे पति अभी होली में आये थे य़। वापस जाने से पहले वो कह रहे थे कि हम फिर मई में 20 दिन की छुट्टी पर आएंगे । उन्होंने बताया था कि जंगल मे ड्यूटी करना पड़ता है वहां टावर और सुविधा नहीं है। मेरे पति से अंतिम बार फोन पर कल शाम 3 बजे बात हुई तो वो बोले की हमको हेडक्वाटर जाना है इसलिए पैसा निकाल लिए है। अपने बच्चों के बारे में वो बोलते थे कि अपने बच्चो को इस लाइन में नही जाने देंगे क्योकि फौज में जिंदगी का कोई ठिकाना नही है।
शहीद मनोज कुमार सिंह के पिता भी सीआरपीएफ की नौकरी से उसी जगह से रिटायर हुए जहाँ उनका बेटा नौकरी कर रहा था। शहीद के पिता ने बताया – आज दोपहर 3 बजे फ़ोन आया कि मेरा बेटा मनोज घायल हो गया है। इस बार मेरा बेटा मनोज होली में आया था तो मैं उससे कहा कि एक कमरा और बनवा दो । बहुत कंजस्टेड हो रहा है तो वो अभी एक नया कमरा बनवा कर गया है।मेरा बेटा छत्तीसगढ़ से पहले 3 साल तक लखनऊ हेड क्वाटर में नौकरी किया उसके बाद उसका ट्रांसफर छत्तीसगढ़ में हो गया।
( रिपोर्ट- मनोज चतुर्वेदी, बलिया )