महाराष्ट्र में जातीय हिंसा को लेकर सियासत शुरु,राहुल ने RSS और बीजेपी पर साधा निशाना
न्यूज डे्स्क — 200 साल पुराने युद्ध को लेकर महाराष्ट्र में भड़की जातीय हिंसा पर अब सियासत भी शुरू हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस हिंसा को लेकर RSS और बीजेपी पर निशाना साधा है।
उन्होंने मंगलवार शाम ट्वीट कर कहा कि भारत के लिए RSS और बीजेपी का फासीवादी दृष्टिकोण ही यही है कि दलितों को भारतीय समाज में निम्न स्तर पर ही बने रहना चाहिए।राहुल गांधी ने उना की घटना और रोहित वेमुला का भी जिक्र किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा, ‘उना, रोहित वेमुला और अब भीमा-कोरेगांव प्रतिरोध के सशक्त प्रतीक हैं।’ दरअसल, यह पूरा विवाद 1 जनवरी 1818 के दिन हुए उस युद्ध को लेकर है, जो अंग्रेजों और पेशवा बाजीराव द्वितीय के बीच कोरेगांव भीमा में लड़ा गया था।
इस युद्ध में अंग्रेजों ने पेशवा को शिकस्त दे दी थी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ईस्ट इंडिया कंपनी की फौज में बड़ी संख्या में दलित भी शामिल थे। अब इस युद्ध में अपनी जीत का जश्न मनाने के लिए ही पुणे में कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिस पर बवाल हो गया। दलित और मराठा समुदाय के लोग सड़क पर आ गए।
बता दें कि सोमवार को पुणे से भड़की हिंसा की आग मंगलवार को मुंबई समेत राज्य के कई हिस्सों में फैल गई। दलित और हिंदूवादी संगठन आमने-सामने आ गए हैं।वहीं मुंबई पुलिस के PRO ने कहा है कि कई इलाकों से 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने अफवाहों पर ध्यान नहीं देने को कहा है। उन्होंने कहा कि चेंबूर या दूसरे पूर्वी उपनगरीय इलाके में धारा 144 नहीं लगाई गई है।
उधर, कार्यकर्ता और BR आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर ने बुधवार को महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया है। थाणे में RPI के कार्यकर्ताओं ने भी प्रदर्शन किया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मुंबई के चेंबूर में सुरक्षा काफी कड़ी कर दी है।वहीं अब तक इस जातीय हिंसा में एक व्यक्ति के मारे जाने की खबर है।