मोमो चैलेंज गेम पहुंचा लखनऊ, छात्र ने की आत्महत्या
लखनऊ — ब्लू वेल गेम तो आपको याद ही होगा। इस खतरनाक गेम ने न जाने कितनों की जानें ले ली थीं। अब ऐसा ही दूसरा गेम आया है ‘मोमो चैलेंज’ लोगों की जान के पीछे पड़ गया है । यह गेम भी ब्लू वेल जितना ही खतरनाक माना जा रहा है।
अब इस खतरनाक ऑनलाइन गेम ने राजधानी लखनऊ में भी दस्तक दे दी है। ताजा मामला सआदतगंज थाना क्षेत्र का है। बताया जा रहा है कि यहां की निवासी एक महिला सचिवालय में सचिव के पद पर तैनात हैं। महिला अधिकारी के मासूम भतीजे ने मोमो चैलेंज गेम खेलकर आत्महत्या का प्रयास किया। जिसे घरवाले आनन-फानन में ट्रामा सेंटर ले गए,जहां डॉक्टरों ने मासूम को मृत घोषित कर दिया। वहीं SHO सआदतगंज ने बताया कि इस मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
गौरतलब है कि मोमो प्रकरण की जांच को लेकर सीआईडी भी काफी सक्रिय है। डीआईजी (सीआईडी) निशात परवेज ने युवाओं से मोमो गेम के मैसेज का जवाब देने की जगह इसे नजरअंदाज करने की अपील की है।
क्या है मोमो चैलेंज?
दरअसल मोमो एक पॉप्युलर सोशल मीडिया अकाउंट है जो वॉट्सऐप, फेसबुक से लेकर यूट्यूब पर तक है। इसमें एक गुड़िया की तस्वीर है जिसकी बड़ी आंखें हैं और इसके खतरनाक फीचर हैं। इस के जरिए बच्चों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश की जा रही है।
जो कोई भी एक बार इसकी चपेट में आया वह मोमो अकाउंट के जरिए उसे चुनौतियों की एक सीरीज मिलती है। गेम प्लेयर को इसे पूरा करना होता है ताकि वह फाइनली ‘मोमो’ से मिल सके। बताया जा रहा है कि इनमें ज्यादातर टास्क हिंसक होते हैं और आखिरी में सूइसाइड तक ले जाते हैं। अगर कोई बीच में टास्क पूरा करने से मना करता है तो मोमो उसे इसके लिए गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी देता है।
बता दें कि अगस्त में अर्जेंटीना में इस चैलेंज से पहली मौत का मामला सामने आया। वहां 12 साल की एक लड़की ने अपने टास्क को फोन पर फिल्माया और इसके बाद सूइसाइड कर लिया। अर्जेंटीना पुलिस ने इसके बाद पैरंंट्स से अपने बच्चों की मॉनिटरिंग करने को कहा।