शौचालय घोटाले में फंसी प्रधान, पद से हटाया गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की महत्वकांक्षी स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत शौचालय निर्माण प्रोत्साहन राशि भुगतान में आए दिन नए-नए घोटाले सामने आते रहते है। अब ताजा मामला राजधानी लखनऊ से मामने आया है। यहां ग्राम प्रधान व सचिव ग्रामिणों की लैट्रिन खा गए।
प्रधान व सचिव मिलकर शौचालय के नाम पर सरकारी धनराशि का दुरुपयोग किया। जिस पर बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम प्रधान को पद हटा दिया गया है।
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दरअसल ग्राम पंचायत बरौना में शौचालयों के निर्माण में गड़बड़ी किए जाने की शिकायतें मिल रही थीं। इस पर जिला पंचायत राज अधिकारी ने जांच कराई। जांच में ग्राम पंचायत में गड़बड़ी की पुष्टि हुई। जिस पर जिला पंचायत राज अधिकारी के निर्देश पर ग्राम प्रधान श्रीमती शशी रावत को शनिवार को पद हटा दिया गया है।
हजारों का गबन…
बता दें कि ग्राम पंचायत बरौना में 21 लाभर्थियों को अपात्र होने के दशा में भी शौचालय निर्माण की धनराशि दी गई, जिसके आंकलने से धनराशि रुपये 216000.00 दी गई। जिसमें सचिव/ आपत्र लाभार्थियों द्वारा राशि 148000.00 रुयये की धनराशि शासकीय खातें में जमा करने के बाद भी 68000.00 रुपये की रकम का प्रधान शशी रावत व सचिव भूपेंद्र यादव द्वारा गबन किया गया।
हालांकि जिला मजिसट्रेट लखनऊ द्वारा नोटिश भेजकर ग्राम प्रधान शशी रावत को एक मौका भी दिया गया लेकिन उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया। जिसके बाद उन पर बड़ी कार्रवाई करते हुए पद से हटा दिया गया है।
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