Lockdown: घर पहुंचने की तलब, पैरों में पड़े छाले फिर भी हिम्मत बाकी..
लॉकडाउन में पैसे हुये खत्म तो पंजाब से पैदल ही चल दिये अपने घर श्रावस्ती
बहराइचः कोरोना माहमारी की वजह से देश मे बीते 39 दिनों से चल रहे लॉक डाउन (Lockdown) के कारण सभी कारखाने बंद हैं । इसकी वजह से इनमें काम करने वाले मजदूरों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है । इनके पास न तो काम है और न ही जेब मे पैसे इस हालात में इनके पास वापस अपने घर लौटने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नही है ।
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ऐसे में काफी बड़ी संख्या में मजदूर सैकड़ों किलोमीटर का सफर पैदल तय कर अपने घर पहुंचने के लिये मजबूर हैं । देर रात कुछ मजदूर पंजाब से पैदल चल कर बहराइच पहुंचे अब इन्हें यहां अभी 37 किलो मीटर का सफर और तय करना है इसके बाद ये पड़ोसी जनपद श्रावस्ती अपने वतन पहुंच जाएंगे ।
रोजी रोटी पर खड़ा हुआ संकट…
यूपी के बहराइच व श्रावस्ती जिले के हजारों लोग पंजाब व महराष्ट्र व अन्य प्रांतों में मजदूरी का काम करते हैं । लॉक डाउन (Lockdown) के कारण सारे काम व कारखाने बंद होने की वजह से इन लोगों के सामने रोजी रोटी का बड़ा संकट खड़ा हो गया था, जिसके बाद इन्होंने वहां से पैदल ही वापस अपने गृह जनपद लौटने का फैसला कर लिया ।
पैरों में पडे छाले…
जिस्म का एक एक अंग थक चुका है पैरों में छाले पड गए हैं मगर अभी हिम्मत बाकी है, के हमे किसी तरह से अपने घर पहुंचना है , सड़क पर बैठे ये वही लोग है जो पंजाब से पैदल चल कर बहराइच पहुंचे है , तस्वीरों में दिखाई पड़ रहे ये लोग पड़ोसी जनपद श्रावस्ती के रहने वाले है । ये सभी पंजाब व महराष्ट्र के अलग अलग हिस्सों में मजदूरी का काम कर रहे थे लेकिन लॉकडाउन (Lockdown) के कारण ये सभी बेरोजगार हो गये ।
खत्म हुए पैसे..
एक महीने से अधिक समय तक फसें होने के कारण इनके पास पैसे भी खत्म हो रहे थे । जिसके बाद इन सभी ने पैदल ही अपने घर वापस लौटने का फैसला कर लिया और दस दिन का सफर तय कर ये सभी मजदूर देर रात जिले में पहुंचे थकान की वजह से सड़क पर ही बैठकर कर कुछ देर आराम करने के बाद सभी लोग पैदल ही पड़ोसी जनपद श्रावस्ती के सिरसिया इलाके में स्थित अपने गाँव की और रवाना हो गये ।
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(रिपोर्ट- अनुराग पाठक, बहराइच)