ये कैसी मदद ? लोकप्रियता के लिए गरीबो का मजाक उड़ा रहे नेता
अखिलेश यादव की लुटिया डुबाने में जुटे सपाइयों का कारनामा, लॉकडाउन के चलते नेताओ की दरियादिली बनी तमाशा
चीन से फैले कोरोना महामारी अब पूरी दुनिया में फैल चुकी है। जिसके चलते कई देशों में पूरी तरह लॉक डाउन (LockDown) कर दिया गया है. वहीं भारत में भी 21 दिनों लॉक डाउन हो गया है। ऐसे में दिहाडी पर काम करने वाले मजदूरों के लिए भारी संकट खड़ा हो गया है। हालांकि इनकी मदद करने के लिए कुछ लोग आगे भी आ रहे। जबकि कुछ लोकल नेताओं में लोकप्रियता हासिल करने की मानो होड़ मची हो। ये नेता सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए गरीबो का मजाक उड़ाने में भी पीछे नहीं हैं।
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अखिलेश यादव की लुटिया डुबाने में जुटे सपा नेता
दरअसल मामला प्रतापगढ़ जिले के नगर कोतवाली जोगापुर स्थित कांशीराम कालोनी का है। यहां कोरोना के लॉकडाउन (LockDown) के चलते समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की लुटिया डुबाने में जुटे कुछ सपा नेताओ की उस वक्त दरियादिली तमाशा बन गई जब दो लग्ज़री गाड़ियों से 11 सपा नेता गरीबों की मदद के नाम पर थोड़ा सा खाद्यान्न लेकर कांशीराम कालोनी पहुँचे। उधर खाद्य सामग्री वितरण की सूचना पर कालोनी में गरीबो की भारी भीड़ उमड़ी पड़ी। हालांकि यहां पहले से चिन्हित सात अपनो को राशन व सब्जी वितरित किया। जबकि राशन मिलने की आश में बैठे गरीबो के चेहरे पर उदासी छा गई। जिसके बाद वहां स्थित लोगों का सपा कार्यकर्ताओं के प्रति काभी आक्रोश देखा गया।
लोगों ने खोली पोल…
गौरतलब है कि चार दिन से चल रहे लॉक डाउन के चलते मजदूरी करने वाले, मिस्त्री, कबाड़ बिनने वालो के साथ ही छोटे मोटे काम कर जीवन गुजारने वालो के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। अब ये दुसरो की ओर मदद के लिए निगाह लगाए हुए है। इन गरीब महिलाओ का दावा है कि दुसरो की मदद से किसी तरह काम चल रहा है सरकारी तौर पर अभी कोई मदद नही मिली। कालोनी वृद्ध कमरून का कहना है कि दिल भी रो रहा है आंख से आंसू भी निकल रहा है। जबकि निशा का कहना है कि सरकार ने कहा घर मे रहो तो हम लोग घरों में है कामधाम सब बन्द है ऐसे में कैसे खिलाये बच्चों को, क्या खुद खाये समझ मे नही आ रहा है।
सिर्फ 5 से 7 लोगो को ही मिली मदद
उन्होंने बताया कि यहां बहुत बड़ी कालोनी है इसमे लेकिन सिर्फ 5 से 7 लोगो को ही मदद की गई। अब आप सुनिए सपा के जिला उपाध्यक्ष इरशाद सिद्दीकी का बेशर्मी भरा बयान, इनका दावा है कि हमने गरीबो मजदूरों का चिन्हीकरण अपने लोगो से करवाया है रोज पचास लोगो को राशन सब्जी बांट रहा हूं। आज हमने पचास लोगो को राशन और सब्जी बांटा है। कोरोना के डर के दर्द में जी रहे लोगो का उपहास करने वाले इन नेताओं की बेशर्मी का आलम देखिए और सोचिए कि आखिर क्यों इस तरह से सस्ती लोकप्रियता की खातिर कब तक मजाक उड़ाते रहेंगे ये तो समय ही बताएगा। अब हम तो यही कहेंगे कि अरे भाई मदद करो पर गरीब का मजाक तो न उडाओ।
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(रिपोर्ट- मनोज त्रिपाठी, प्रतापगढ़)