खाकी का रौब दिखा लाखों के शीशम कटवा ले गया दरोगा,वर्दी के आगे नतमस्तक वन विभाग
कानपुर — चोरो को पकड़ने के लिए पुलिस बनी है लेकिन ज़रा तसव्वुर कीजिये कि अगर पुलिस ही चोरी करने लगे तो मंज़र कैसा होगा।
जी हां हम बात कर रहे है कानपुर देहात की जहां एक चौकी इंचार्ज ने बेश कीमती शीशम के पेड़ कटवा डाले और सारी लकड़ी उठा कर ले गया और जब इलाकाई लोगो ने पूछा तो वन विभाग का हवाला दे डाला।
लकड़ी चोरी क्षेत्रीय दरोगा कर रहा था तो किसकी मजाल कोई बोल दे। वहीं वन विभाग भी तमाशाबीन बना रहा। मामला जब मीडिया के संज्ञान में आया तब वनाधिकारी कार्यवाही की बात कह रहे है इस बाबत जिलाधिकारी ने जांच कराकर कार्यवाही की बात की है।
दरअसल भोगनीपुर कोतवाली के अमरौधा चौकी इंचार्ज सभाजीत पटेल ने लाखों रुपयों की लकड़ी चोरी कर डाली और किसी की हिम्मत नही पड़ी की कोई खाकी पहने सभाजीत पटेल को रोक सके ।बता दें कि दौलतपुर घाट के रास्ते पर बेश कीमती शीशम के पेड़ लगे थे जिस को अमरौधा चौकी इंचार्ज सभाजीत पटेल ने कटवा डाला और जेसीबी से जड़ तक खुदवा कर पेड़ का नामोनिशान मिटा डाला कुछ लकड़ी अपने घर भिजवा दी और कुछ लकड़ी सट्टी थाना क्षेत्र के एक भट्टे में रखवा दी। यकीनन शीशम की लकड़ी की कीमत लाखो में है लिहाज़ा चौकी इंचार्ज सभाजीत पटेल लाखो रुपयों की शीशम की लकड़ी डकार गया। चोरी खाकी कर रही थी लिहाज़ा किसकी मजाल जो कोई रोक ले क्षेत्रीय लोगो की माने तो चौकी इंचार्ज सभाजीत पटेल वन विभाग का हवाला दे रहे थे कि वन विभाग लकड़ी कटवा रहा है।
वहीं वन विभाग भी तमाशाबीन बना रहा क्योंकि चोरी करने वाला खुद पुलिस का मुहाफ़िज़ था। इस मामले में जब ज़िले के वनाधिकारी से बात की तो उनका कहना था कि मीडिया के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है 3 पेड़ कटवाए गए है इस बात की तस्दीक हो गयी है और जल्द ही पेड़ कटवाने वाले के खिलाफ कार्यवाही होगी फिर वो चाहे कोई भी हो।
इस बाबत हमने ज़िले के मुखिया से बात की तो उनका कहना था कि कानून से ऊपर कोई नही है जांच कराई जाएगी और दोषी पर कार्यवाही होगी फिर चाहे वो पुलिस विभाग का कर्मचारी ही क्यों ना हो। गौरतलब है कि एक चौकी इंचार्ज द्वारा इस तरह से शीशम के पेड़ कटवाना और शीशम की लकड़ी खुद चोरी कर के ले जाना इससे यकीनन पुलिस के इकबाल को संदेह के दायरे में लाता है और आम जनता का भरोसा पुलिस पर से उठ जाता है।
(रिपोर्ट-संजय कुमार,कानपुर देहात)