खाकी का कहरःअमेठी के बाद अब बहराइच पुलिस की थर्ड डिग्री,युवक की हालत गंभीर
चौकी इंचार्ज ने युवक को इस कदर पीटा कि पूरा शरीर चोट के कारण स्याह हो गया है,एसपी ने दिये जांच के आदेश
बहराइच— यूपी की अमेठी पुलिसा का शिकार हुए प्रतापगढ़ के कारोबारी सत्याप्रकाश की मौत का मामला अभी शांत भी ही हुआ था कि जनपद बहराइच के थाना रामगांव में पुलिस की बर्बरता का चेहरा देखने को मिला है। जहां पर एक निर्दोष युवक को उसके घर से उठाकर चौकी इंचार्ज द्वारा इस कदर पीटा गया कि उसकी हालत बिगड़ने से हड़कंप मच गया।
युवक की हालत बिगड़ते देख चौकी इंचार्ज और सिपाहियों ने उसे तुरंत मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया जहां पर पहले तो फर्जी मेडिकल करवाने की बात कही गई लेकिन पीड़ित युवक के परिजनों के हंगामे के बाद जब डॉक्टरों ने बदन से कपड़े उतारे तो देखने वाले दंग रह गए। युवक के शरीर और पीठ पर तमाम चोटों के निशान दिखे। इस घटना के बाद पीड़ित युवक के परिजनों ने एसपी से आरोपी चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है जिस पर एसपी गौरव ग्रोवर ने तत्काल सीओ महसी को जांच करने का आदेश दिया है।
बताया यह भी जा रहा है कि चौकी इंचार्ज गौरव सिंह युवक के ऊपर एक मुकदमा को वापस लेने और सुलहनामा लगाने को लेकर लगातार दबाव बना रहे थे। जब युवक ने सुलह लगाने से मना किया तो चौकी इंचार्ज ने थर्ड डिग्री देने और जबरन सुलह लगवाने का इरादा ठान लिया।
मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी रूम में यह युवक नागेश कुमार है जो अपने शरीर के कपड़ों को उतारकर अपने साथ हुए बर्बरता की कहानी को बयां कर रहा है। ध्यान से देखिए इस के शरीर के पिछले हिस्से पर लगे चोटों को किस तरह से पीड़ित के शरीर पर चोट के निशान है और पूरा शरीर चोट के कारण स्याह हो गया है। वैसे तो पुलिस अपराधियों से अपराध कबूलवाने के लिए टॉर्चर करती है लेकिन यहां पर तो मामला कुछ और ही नजर आ रहा है।
दरअसल जनता की सुरक्षा करने का दंभ भरने वाली पुलिस बेवजह लोगों को थर्ड डिग्री टॉर्चर दे रही है जोकि मानवाधिकार के विरुद्ध है। लेकिन क्या योगीराज में पुलिस का ही राज चलेगा जनता ऐसे ही पिटती रहेगी यह सोचने वाली बात है । पीड़ित की तहरीर मिल जाने के बाद सीओ महसी ने मामला दर्ज कर उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
अमेठी में पुलिस हिरासत में व्यापारी की मौत
गौरतलब है कि अमेठी में पुलिस पर थर्ड डिग्री देकर अधेड़ को मौत के घाट उतारने का आरोप लगा है। पुलिस ने लूट के मामले में कारोबारी को हिरासत में लिया। अगले दिन कारोबारी की मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस की पिटाई से कारोबारी की मौत हुई। इस मामले मे सुल्तानपुर पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुमार के निर्देश पर क्राइम ब्रांच प्रभारी, पीपरपुर थाने की पुलिस समेत 15 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक,बहराइच)