छावनी में तब्दील हो गया था फर्रुखाबाद का करथिया गांव,फिर जो हुआ…
फर्रुखाबाद — उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में गुरुवार को एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी झंझकोर कर रह दिया है। यहां एक बदमाश के सनकपन की वजह से करीब 25 बच्चे दस घंटे तक मौत की साए में तड़पते रहे। मगर पुलिस की कोशिशों के बाद सभी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया और बदमाश भी ढेर हो गया।
दरअसल सभी 25 बच्चों को सकुशल छुड़ाने के लिए करथिया गांव देर रात तक छावनी में तब्दील रहा। जिले के कई थानों की पुलिस फोर्स के अलावा आईजी, डीजीपी ओपी सिंह पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार मिश्रा कई आलाधिकारी मामले की जानकारी के बाद सावधानी बरतने के निर्देश दिए।जबकि दिल्ली से आ रही एनएसजी आगरा पहुंची चुकी थी मगर बंधक बनाए गए बच्चों को मुक्त करा लिए जाने के बाद उसे वापस भेज दिया गया।वहीं गांव में आतंक का पर्याय बने सुभाष बॉथम के ढेर किए जाने के बाद लोगों को सुकून हुआ।
उधर बच्चों के बंधक बनाए जाने की खबर पर अमृतपुर, मोहम्मदाबाद सर्किल का पुलिस बल शहर पुलिस के साथ पहुंच गया तो कोई छतों पर अलर्ट रहा। पुलिस स्थिति पर नजर रखे थी। देर रात कानपुर से आईजी मोहित अग्रवाल के पहुंचने के बाद तेजी से कार्रवाई शुरू की गई। रात करीब एक बजे बच्चे मुक्त करा लिए गए।जबकि बदमाश के ढेर होने के बाद एटीएस भी पहुंच गई थी।
1200 की आबादी वाले इस गांव में हर कोई दहशत में था
दरअसल 300 घर और 1200 की आबादी वाले करथिया गांव में हर कोई दहशत में थे। ठंड भरी रात में लोग बच्चों के सुभाष बाथम के चंगुल से छूटने का इंतजार किया। गांव के अधिकतर लोग खेतीबाड़ी से जुड़े हुए हैं। दोपहर बाद जिस तरह से गांव में बच्चों को बंधक बनाया गया उससे ग्रामीण बेचैन थे। ग्रामीणों का कहना है कि वह भी समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर सुभाष ने इस तरह का क्यों कदम उठाया। गांव के लोग पहले से ही उससे कोई वास्ता नहीं रखते थे। अब उसके इस तरह की हरकत क्यों की। गांव वाले उसकी हरकत से परेशान हो गए थे।
समझाने गई महिला को मारी गोली
करथिया गांव में जब सुभाष बाथम ने घर के अंदर बच्चों को बंद कर लिया तो ऐसे में पडोस में रहने वाली महिला जब उसे समझाने के लिए आवाजे लगा रही थी तो इस बीच शातिर की ओर से चलाई गई गोली का छर्रा महिला के हाथ में आकर लगा। इस पर महिला घायल हो गई को इलाज के लिए ले जाया गया है।
गौरतलब है कि फर्रुखाबाद के मोहम्मदाबाद कोतवाली के करथिया गांव में शातिर अपराधी सुभाष बाथम ने गुरुवार (30 जनवरी) शाम करीब 3 बबजे अपनी बच्ची के जन्म दिन के बहाने 25 बच्चों को घर बुलाकर बंधक बना लिया था। पुलिस ने 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बदमाश को ढेर कर सभी बच्चों को रात लगभग 1 बजे सुरक्षित निकाल लिया गया। सीएम ने इसे ‘ऑपरेशन मासूम’ नाम दिया था। उन्होंने खुद इस पूरे ऑपरेशन पर नजर रखी थी।