कानपुर देहातः प्रधानमंत्री आवास और ‘स्वच्छ भारत मिशन’ को भ्रष्ट प्रधान लगा रहा पलीता
कानपुर देहात — प्रदेश सरकार गरीब आवाम को लाभान्वित करने के लिए तमाम योजनाए चला रही है लेकिन भ्रष्टातंत्र के आगे ये सभी योजनाए गरीब जनता तक पहुचते-पहुचते दम तोड़ देती है।
कुछ ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली कानपुर देहात मे जहां भ्रष्ट प्रधान और सचिव ने पात्रो को सरकारी आवास ना देकर अपात्रो को सरकारी आवास आवंटित कर दिये है। गाँव के हालात बद से बदतर है सड़के खस्ताहाल है जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे है ये कहां जाये तो गलत नही होगा की प्रधानमंत्री आवास योजना ओर ‘स्वच्छ भारत मिशन’ को गाँव के भ्रष्ट प्रधान ने पलीता लगाने का काम किया है।
दरअसल मलबे में तब्दील हो चुके ये मकान और अपने खंडर में तब्दील हो चुके अपने मकान के आगे खड़े होकर अपनी बेबसी की दास्तान बयान करती ये महिलाए व अपने बच्चो के सर छुपाने के लिए महफूज जगह महिलाएं कानपुर देहात के रसूलाबाद तहसील के पहाड़ीपुर गाँव की है। जहा भ्रष्ट प्रधान राकेश यादव ने गाँव की ऐसी तस्वीर बना दी जिसे देख आप दंग रह जाएंगे।
दरअसल भ्रष्ट प्रधान राकेश ने अपात्रो को सरकारी आवास आवंटित कर दिये ओर जो पात्र है जिनके पास सर छुपाने की जगह नहीं है और कच्चे टूटे जर्जर मकान में रह रहे है, उन्हे सरकारी आवास नहीं दिये गए। हालात ये है की गाँव के तमाम मुफलिस गरीब परिवार ऐसे मकान में रहने को मजबूर है जो कभी भी गिर सकते है और बड़ा हादसा हो सकता है। लेकिन भ्रष्ट प्रधान पर इस बात का कोई फर्क नही पड़ता |
बता दें कि भ्रष्ट और दबंग किस्म के प्रधान राकेश यादव ने लोगों से कॉलोनी के नाम पर पैसा लिया औ पैसा लेने के बाद भी उन्हे सरकारी कॉलोनी आवंटित नहीं की जो हकीकत मे सरकारी कॉलोनी के हकदार थे। जबकि भ्रष्ट प्रधान ने जिनके पक्के मकान बने थे उनसे रिश्वत / पैसा लेकर उन्हे सरकारी कॉलोनी आवंटित कर दी।
प्रधान की गाँव में इस कदर दहशत है कि लोग उससे खौफजदा रहते है। किसी की हिम्मत नहीं की कोई उसके सामने मुंह खोल पाये। गाँव मे शौचालय नहीं बने है और जो बने है वो आधे अधूरे है यानि प्रधान ने किसी को 5 हज़ार तो किसी को 6 हज़ार रुपए शौचालय बनवाने के नाम पर दिये है। अब ज़रा आप ही कल्पना कीजिये की 5 या 6 हज़ार में शौचालय का निर्माण हो सकता है लिहाजा गाँव के अधिकांश लोग खुले मे शौच करने जाते है। गाँव की सड़के खस्ताहाल है जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है नालिया गंदगी से बजबजा रही है। लेकिन कोई भी ग्रामीण अपने हक की बात भी दबंग प्रधान से नहीं कह सकता अगर किसी ने कहा तो दबंग प्रधान राकेश यादव उसकी पिटाई कर देता है।
वहीं इसकी शिकायत अधिकारियों से लेकर डीएम साहब तक भी की गयी लेकिन महज़ खानापूर्ती हुयी। पीडितों की माने तो प्रधान और सीकेटरी दोनों मिलकर प्रधानमंत्री आवास योजना ओर स्वच्छ भारत मिशन मे घोटालेबाजी कर रहे है। लिहाजा केंद्र सरकार की ये दोनों महत्वकांक्षी योजनाओ ने गाँव की दहलीज पर कदम रखते ही दम तोड़ देती है। जबकि गाँव विकास को तरस रहा है ।
इस मामले में जब ज़िले के मुख्य विकास अधिकारी से बात की तो उनका कहना था की आपके माध्यम से मामला संज्ञान मे आया है संबन्धित अधिकारियों को भेज कर मामले की जांच कराई जाएगी। अगर सचिव और प्रधान दोषी पाए जाएंगे तो निश्चित उनके खिलाफ बड़ी कार्यवाही की जाएगी।
(रिपोेर्ट-संजय श्रीवास्तव,कानपुर देहात)