कानपुर शूटआउट में सस्पेंड तीन दरोगाओं को 15 दिन में ही मिली नई तैनाती
विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई के घर पर रहने वाले तीनों को क्लीन चिट भी मिली
यूपी के कानपुर में हुए शूटआउट कांड में हर रोज नए-ऩए खुलासे होते रहते हैं। अभी हाल ही में एक और चौकाने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई के घर में तीन दारोगा अवैध रूप से रह रहे हैं। जिसके बाद आईजी मोहित अग्रवाल ने तीनों को सस्पेंड कर दिया था।
इस बात को एक महीना भी नहीं बीता कि अब तीनों को बहाल कर दिया गया। इतना ही नहीं हैरान करने वाली बात यह कि तीनों को क्लीन चिट भी मिल गई है।
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सामने आया निलंबन और बहाली का खेल
बात सिर्फ यहीं खत्म नहीं होती, इसी मामले में मुख्यमंत्री पोर्टल आईजीआरएस पर झूठी रिपोर्ट देने के आरोप में लाइन हाजिर किए गए एसआई की भी बहाली हो गई है। इस मामले के खुलने के बाद एक बार फिर एक माह के अंदर ही निलंबन और बहाली के इस खेल ने गैंगस्टर, दरोगा और पुलिस अफसरों की साठगांठ का पर्दाफाश कर दिया है।
खजांची गैंगस्टर जय बाजपेई के मकान में रहते थे तीनों
बता दें कि विकास दुबे के खजांची गैंगस्टर जय बाजपेई के मकान में अवैध रूप से रह रहे तीन दरोगाओं को (कर्नलगंज में तैनात उप निरीक्षक राजकुमार, अनवरगंज में तैनात उप निरीक्षक उस्मान और रायपुरवा में तैनात उप निरीक्षक खालिद रहते मिले) 20 अगस्त को आईजी के निर्देश पर सस्पेंड किया गया था।
आईजी मोहित अग्रवाल ने किया था सस्पेंड
गौरतलब है कि जय बाजपेयी की गिरफ्तारी के बाद भी तीन दरोगा उसके घर पर डेरा जमाया गए थे। जिसके चलते आईजी ने जय बाजपेयी के ब्रह्मनगर स्थित मकान नंबर 111-481 में छापा मारने के निर्देश दिए। जांच के दौरान इसी के चलते आईजी के आदेश पर तीनों को सस्पेंड कर दिया गया।
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