MP में सियासी संग्रम, 17 दिन चले ड्रामे के बाद सीएम कमलनाथ ने दिया इस्तीफा
सीएम कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर15 महीनों में अपनी सरकार के काम गिनाए
मध्य प्रदेश में 17 दिन से चल रही सियासी उठापटक के बीच शुक्रवार मुख्यमंत्री कमलनाथ ( Kamal Nath) ने राज्यपाल को इस्तीफा दे दिया है। वहीं, शाम को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भाजपा विधायकों को डिनर पर बुलाया है। उन्होंने सीएम निवास में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इन 15 महीनों में अपनी सरकार के काम गिनाए। Kamal Nath ने विकास की बात भी की और हिंदुत्व के मुद्दे गिनाना भी नहीं भूले। उन्होंने इन सारे हालात के लिए बीजेपी और उसके षडयंत्र को ज़िम्मेदार ठहराया। फिर कहा- ‘आज के बाद कल और कल के बाद परसों भी आएगा।
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दरअसल इस सियासी ड्रामे की शुरुआत दिग्विजय सिंह के ट्वीट से हुई थी। 10 मार्च को सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसके साथ ही, कमलनाथ सरकार में सिंधिया गुट के 6 मंत्रियों समेत 22 विधायकों ने भी इस्तीफे दिए। इसके बाद आरोप-प्रत्यारोप लगे, सरकार बनाने-गिराने के समीकरण बनते-बिगड़ते रहे।
वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम कमलनाथ ( Kamal Nath) ने सरकार गिराने के लिए पूरी तरह भाजपा और उसके षडयंत्र को जिम्मेदार ठहराया। कमलनाथ ने कहा कि मेरी सरकार ने 15 महीने में जो विकास कार्य किए बीजेपी को रास नहीं आए। पहले ही दिन से बीजेपी ने षडयंत्र शुरू कर दिया था. प्रदेश की जनता के साथ विश्वासघात किया गया। कमलनाथ ने कहा बीजेपी ने एमपी को माफिया राज बना दिया था। हमारी सरकार ने एमपी को माफिया मुक्त राज्य बनाने की मुहिम शुरू की थी। बीजेपी को ये रास नहीं आया।
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