महज एक दिन पहले लड़की ने किया शादी से इनकार, माँ बाप ने कहा फ़क्र है बेटी पर
हरदोई — हमारे समाज में दहेज प्रथा को सामाजिक कुप्रथा समझा जाता है लेकिन फिर भी मां बाप-दहेज लोभियों के आगे बेटी की खातिर बेबस हो जाते हैं। लेकिन हरदोई में एक बेटी ने दहेज लोभियों को करारा जबाब दिया है। शादी के 1 दिन पहले दहेज मांगने पर लड़की ने शादी से इंकार कर दिया और
यही नहीं मामले की शिकायत पुलिस से भी की है।जबकि बेटी के इस फैसले से मां-बाप बेहद खुश हैं। वहीं शाजिया ने दहेज लोभियों के आगे बेबस होने वाली लड़कियों के लिए एक नजीर पेश की है।
जानकारी के मुताबकि उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में कोतवाली शहर इलाके के नवीपुरवा में 31 मार्च 2018 को अजीज अहमद के घर बेटी की बारात आनी थी लेकिन कुछ ऐसा हुआ की बेटी की शादी के सपने तो टूटे लेकिन उन्हें इसका कोई मलाल नहीं बल्कि उन्हें फक्र है अपनी बेटी और उसके फैसले पर अपने पिता का सर झुकने से बचाने और दहेज़ लोभियों को करारा जबाबा देने वाली इस बहादुर बेटी का नाम है शाजिया। शाजिया दो बहन और तीन भाइयों में सबसे बड़ी है पिता अजीज अहमद इलेक्ट्रॉनिक की दुकान करते है और परिवार की आजीविका चलाते है।
मध्यम वर्गीय परिवार के मुखिया अजीज अहमद ने अपनी बेटी शाजिया की शादी बरेली के अभयपुर कैम्प लाल फाटक इलाके के रहने वाले महबूब सैफी पुत्र वहीद महबूब के साथ तय की थी। 29 नवंबर को मंगनी हो गई और फिर 31 मार्च 2018 को शादी की तारीख भी पक्की हो गई।इस दौरान महबूब शाजिया बात भी करने लगा। पहले शादी में बाइक, नगदी और कुछ सामान को लेकर बात पक्की हुई थी लेकिन बाद में महबूब में अपने घर की पुताई के लिए रुपये चार पहिया वाहन और सामान की मांग करने लगा।
धीरे-धीरे शादी की तारीख नजदीक आ रही थी और महबूब सैफी की डिमांड भी बढ़ती जा रही थी ऐसे में दहेज के लालची महबूब सैफी के बार-बार दहेज की मांग करने पर शाजिया ने शादी के 1 दिन पहले खुद ही शादी से इंकार कर दिया। शाजिया ने शादी से इंकार ही नहीं किया बल्कि महबूब की इस हरकत की शिकायत पुलिस से भी की। शाजिया का कहना है की उसने दहेज मांगने से खफा होकर इस शादी से इनकार किया है रोज-रोज घुट-घुट कर जीने से अच्छा है कि वह दहेज लोभी से शादी ही ना करे इसलिए उसने शादी से इंकार कर दिया है। उसका कहना है कोई भी लड़की दहेज लोभी से शादी ना करें क्योंकि रोज घुट-घुटकर मरने से अच्छा है कि ऐसे व्यक्ति से शादी ही ना की जाए जो दहेज लोभी हो शाजिया के इस फैसले को उसके मां-बाप भी सराह रहे है।
(रिपोर्ट–सुनील अर्कवंशी, हरदोई)