कोर्ट की सख्ती के बाद कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने किया सरेंडर
प्रयागराज– प्रदेश की कैबिनेट मंत्री और बीजेपी की इलाहाबाद सीट से प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी ने इलाहाबाद की एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट में सरेंडर किया है। कोर्ट ने उनके हाजिर होने पर राहत देते हुए 15 अप्रैल तक अंतरिम जमानत दे दी।
हालांकि कोर्ट ने इस शर्त के साथ उनकी जमानत मंजूर की है कि वह केस की अगली सुनवाई के दौरान कोर्ट मे उपस्थित रहेंगी। फिलाहल 15 अप्रैल को इस मामले में फिर से सुनवाई की डेट मुकर्रर हुई है और जमानत प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के समय रीता जोशी को कोर्ट में मौजूद रहना होगा। उनके मौजूद ना रहने पर कोर्ट रीता के साथ फिर से सख्ती से पेश आयेगी और दोबारा से गिरफ्तारी के वारंट समेत कडी कार्रवाई का प्रावधान किया जायेगा।स्पेशल कोर्ट में चल रहे मुकदमे के अनुसार वर्ष 17 अगस्त 2015 को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर समेत रीता जोशी व अन्य नेताओं की अगुवाई में हजारों कांग्रेसियों ने लखनऊ में प्रदर्शन किया था। उस समय कांग्रेसी प्रदेश में गन्ना किसानों के भुगतान, पेट्रोल डीजल मूल्य वृद्धि, कानून व्यवस्था आदि के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ आंदोलन छेडे हुए थे और प्रदर्शन के दौरान ही लगभग 5 हजार कांग्रेसियों की प्रदर्शनकारी भीड ने विधानसभा की ओर कूच कर दिया। विधानसभा के समीप पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने बैरीकेंटिंग की तो प्रदर्शनकारी अचानक उत्तेजित हो गए और तोड़फोड़ शुरू कर दी।
मंत्री रीता बहुगुणा के ख़िलाफ़ गिरफ्तारी वारंट जारी !
कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी
पुलिस ने लाठी भांज कर स्थिति पर नियंत्रण का प्रयास किया तो पत्थरबाजी शुरू हो गई। पथराव में कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को चोटें आईं। कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और सार्वजनिक संपत्ति को गंभीर नुकसान पहुंचाया गया। इस दौरान तत्कालीन एडीएम निधि श्रीवास्तव, एसपी राजीव मल्होत्रा, अवनीश मिश्र गंभीर रूप से घायल हुए थे।