लखनऊ–जन अधिकार पार्टी ने रायबरेली रोड़ स्थित एक रिजार्ट में अपने पहले राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया। मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा का हजारों कार्यकर्ताओं ने पुष्प वर्षा से स्वागत किया।
दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का आरम्भ दीप प्रज्वलित कर किया गया। सम्मेलन में राष्ट्रीय मुद्दों पर परिचर्चा के साथ-साथ पार्टी की निर्वाचन प्रक्रिया भी चलती रही। कार्यक्रम का संचालन वी एन कुशवाहा ने किया। उद्घाटन सत्र में जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सैनी ने पूरे देश से आए हुए कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए पार्टी की विचारधारा से सबको अवगत करवाया।
बहुजन समाज के संघर्षों को याद करते हुए विजय नारायण वर्मा ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी आज अपने विचारों से भटक चुकी है लेकिन हम सब को मिल कर पिछड़ो, दलितों और वंचितों के हक की लडाई लडनी हैं। दलित समाज के इतिहास की चर्चा करते हुए अनिल मौर्य ने कहा कि आज यदि हम सब एक साथ मिल कर अपनी आवाज बुलंद नहीं करेंगे तो हमारा इतिहास हमें कभी माफ नहीं करेगा।
पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा ने राष्ट्रीय मुद्दों पर बोलते हुए कहा कि पिछड़ों, दलितों और वंचितों को हक दिलवाने के लिए कांशीराम के साथ संघर्ष शुरू किया था जो बसपा के बाद आज भी जन अधिकार पार्टी के रूप में चल रहा है। पूर्व मंत्री ने कहा कि समाज में हमारे समाज के लोग जो धरातल पर रह कर निचले तबके का काम करते थे उनको उनके कामों से हाथ धोना पड़ा है जिसके लिए हम संघर्ष करने को तैयार है।