बड़ा आरोपः तथाकथित लोगों द्वारा चलाई जा रही इंटक
कानपुर–न्यायालय के आदेशों की अवहेलना असंवैधानिक तरीके से किया जा रहा है अधिवेशन इंटक द्वारा चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के बैनर तले 32 वा महाधिवेशन असंवैधानिक तरीके से कराया जा रहा है।
इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विजय सिंह मर्तोलिया ने बताया कि इंटक के राष्ट्रीय महासचिव के के तिवारी ने बताया कि श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार ने रोक लगा रखी है। जिससे समस्त फोरम को भी निरस्त कर दिया है। माननीय उच्च न्यायालय दिल्ली में इसकी सुनवाई भी हो चुकी है। इसके बाद भी असंवैधानिक तरीके से अधिवेशन करा कर केवल धन उगाही की जा रही है और व्यक्तिगत हित साध रहे है जो कि गलत है।
मर्तोलिया ने बताया कि इंटक की स्थापना 1947 मे देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने मजदूरों की लड़ाई के लिए बनाया गया था। लेकिन मौजूदा समय मे कुछ तथा कथित लोग इस संगठन को बदनाम कर रहे है। जिनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही कि जाएगी।
(रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा, कानपुर)