टोक्यो पैरालंपिक इस बार भारत पर जमकर सोने-चांदी की बारिश हुई.पैरा भारतीय खिलाड़ियों ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए भारत की झोेली में 19 पदक डाल दिए. भारत 5 गोल्ड, 8 रजत और 6 कांस्य पदक जीतकर 24वां स्थान रहा.
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रियो पैरालंपिक 20216 में जीते थे सिर्फ 4 पदक
भारतीय खिलाड़ियों ने इस दौरान एथलेटिक्स में सबसे ज्यादा आठ, शूटिंग में पांच, बैडमिंटन में चार, टेबल टेनिस और तीरंदाजी में एक-एक मेडल जीते. पैरालंपिक खेलों के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब भारत की पदक संख्या दोहरे अंकों में पहुंची है. इससे पहले भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2016 के रियो पैरालंपिक में रहा था, जहां उसने 2 स्वर्ण समेत 4 पदक जीते थे.
भारत के पास अब तक जीते 31 मेडल
गौरतलब है कि पैरालंपिक खेलों की शुरुआत 1960 में हो गई थी, लेकिन भारत ने तेल अवीव पैरालंपिक (1968) में पहली बार भाग लिया था.1984 के पैरालंपिक से भारत इन खेलों में लगातार भाग लेता आया है. भारत ने टोक्यो से पहले 11 पैरालंपिक खेलों में हिस्सा लिया था, जिस दौरान भारतीय खिलाडियों ने चार स्वर्ण समेत कुल 12 पदक जीते थे.
अब टोक्यो ओलंपिक में जीते गए 19 पदकों को मिलाकर यह संख्या 31 तक पहुंच गई है. इस दौरान भारतीय पैरा एथलीटों ने 9 स्वर्ण, 12 रजत और 10 कांस्य पदक अपने नाम किए हैं. सबसे खास बात यह है कि इनमें से 18 पदक भारतीय खिलाड़ियों ने एथलेटिक्स इवेंट्स में जीते हैं.
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