बड़ा खुलासाः चीन ने 10 दिनों में रची थी ये खूनी साजिश, जानें कैसे…
हिंसक झडप में भारत के 20 जवान शहीद, चीन के 43 जवानों के मरने की खबर
भारत और चीन दोनों ही देश लद्दाख क्षेत्र में LAC पर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. इस मामले को शांत करने के लिए भारत और चीन अधिकारिक और सैन्य स्तर पर मीटिंग कर रहे हैं. चीन की तरफ से आक्रामक रैवेये का बावजूद भी चीन इस मामले को शांति से निपटाने की कोशिश कर रहा है.
ये भी पढ़ें..आखिर भारत-चीन सीमा पर भिड़ंत में क्यों नहीं होती फायरिंग, ये समझौता है वजह
चीन के 43 जवानों के भी मरने की खबर
लेकिन सोमवार की रात चीनी सैनिकों को द्वारा भारतीय सैनिकों पर लाठी-डंडे और रॉड्स से हमला करने व इसमें 20 भारतीय सेना के जवानों के वीरगति प्राप्त होने के बाद LAC और गलवान वैली में दोनों ही देशों के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ चुका है. हालांकि इस घटना में चीन के 43 जवानों के भी मरने की खबर आ रही है. लेकिन 6 जून को सैन्य अधिकारियों की बैठक के बाद ऐसा क्या हुआ कि चीन की तरफ से 10 दिन में ही खूनी साजिश रच डाली.
इस तरह चीन ने रची साजिस
दरअसल 6 जून को दोनों देशों ने सैन्य स्तर पर बातचीत के जरिए मामले को शांति से सुलझाने का प्रयास किया. इस बीच दोनों देशों की सेनाएं सीमा पर पीछे जाने को राजी भी हो गईं. लेकिन इस दौरान चीनी सैन्य अधिकारी ने पूरे गलवान वैली को अपना क्षेत्र बता दिया.
इस बीच सोमवार की रात भारतीय सेना के कर्नल संतोष बाबू चीनी खेमे में बातचीत करने गए थे. इस दौरान दोनों देशों की सेनाओं को पीछे हटने की बात थी, लेकिन चीनी सैनिक उग्र हो गए भारतीय सेना की टीम पर हमला पत्थरों, लाठियों, डंडों और रॉड्स से हमला कर दिया.
इस दौरान भारतीय जवानों की संख्या कम थी. लेकिन भारतीय जवानों ने जैसे ही मोर्चा संभाला तो चीन के 43 सैनिक भी इसकी चपेट में आ गए. हालांकि इनमें मौतें और गंभीर घायल सैनिक भी शामिल हैं.
बैठकों का दौर शुरू
इस झड़प की खबर के सामने आते ही, दिल्ली में राजनाथ सिंह ने पूरे हालात पर समीक्षा करने के लिए सीडीएस बिपिन रावत सहित सभी सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठ की. इस बैठक के बाद पीएम आवास पर भी एक हाई लेवल मीटिंग की गई. इस दौरान इस मीटिंग में अमित शाह, एस. जयशंकर ने प्रधानमंत्री मोदी से पूरे मामले पर चर्चा की.
ये भी पढ़ें..बिहार सीमा पर बम मिलने के बाद एसपी ने किया काम्बिंग