मानव तस्करी के शक में संस्था ने 100 नेपालियों को रात भर किया परेशान
बहराइच — नेपाल से सीमा के रास्ते लखीमपुर जा रहे 100 नेपाली नागरिकों को रात में तलाशी के नाम पर रोक लिया गया। पुलिस और एसएसबी ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया। लेकिन एक स्वयंसेवी संस्था के कार्यकर्ताओं ने रात एक बजे तक पूछताछ की। जिसके चलते सुबह सात बजे नेपाली नागरिक लखीमपुर की ओर रवाना हो सके। पूरी रात सभी बेहाल रहे।
जंगल से सटे इलाकों में कुछ संस्थाओं द्वारा मनमाने तरीके से काम किया जा रहा है। शुक्रवार शाम को नेपाल के बर्दिया जिले के विभिन्न क्षेत्रों से 86 पुरुष व 14 महिलाएं रोजगार के सिलसिले में सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में पहुंचे। यहां सीमा पर एसएसबी के खुफिया विभाग के इंस्पेक्टर विकास कुमार ने पूछताछ की। सभी के पास परिचय पत्र व अभिलेख सही मिले। उन्हें छोड़ दिया गया। बिछिया बाजार में थानाध्यक्ष अशरफ परवेज ने भी पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया।
लेकिन इसके बाद एक संस्था के इशारे पर सभी नेपाली नागरिकों को रोक दिया गया। रात 11 बजे के आसपास संस्था के कार्यकर्ता पुलिस महकमे के कुछ अधिकारियों के साथ पहुंचे। मानव तस्करी में नेपाली नागरिकों के लिप्त होने की आशंका जतायी। हालांकि पूछताछ के बाद इन सभी को भी सबकुछ ठीकठाक मिला। रात एक बजे पूछताछ खत्म हुई।
इस दौरान बिछिया बाजार में सभी नेपाली नागरिक भटकते रहे। बाजार के लोगों ने संवेदना के चलते उनके भोजन का इंतजाम कराया। एक झोपड़ी में ठहरने की व्यवस्था कराई। सुबह सात बजे सभी लखीमपुर के लिए रवाना हुए। पूरी रात एसएसबी और पुलिस के चार जवानों ने मौके पर सुरक्षा के मद्देनजर ड्यूटी भी की। थानाध्यक्ष अशरफ का कहना है कि स्वयंसेवी संस्था के इशारे पर पूरी रात नेपाली नागरिकों को रोका गया। लेकिन सबकुछ ओके था।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक,बहराइच)