ODF घोषित हो चुके इस जिले के सरकारी भवनों व कालोनियों में खुले में गिर रहा शौच !
बलिया —स्वछता अभियान के जरिये जनपद को ओडीएफ घोषित कराने की होड़ मची है। खुले में शौच करना या गिराना अपराध की श्रेणी में आता है बावजूद इसके इन मानकों की धज्जिया उड़ाते हुए ओडीएफ के नाम पर महज़ खानापूर्ती की जा रही है।
बलिया जनपद में जहा सरकारी भवनों और कालोनियों में खुले में शौच गिर रहे है और कर्मचारी नारकीय जीवन जीने को मज़बूर है। बलिया जनपद के जिला चिकित्सालय की नई बिल्डिंग जिसके बगल में कर्मचारियों की कालोनी है जहा खुले में शौच गिरता है और रास्तों पर बहता रहता है। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मचारियों का कहना है की कई बार शिकायत करने के बावजूद भी सफाई नहीं होती जबकि स्वास्थ्यकर्मी होने के नाते वो दूसरों को स्वछता अपनाने की सलाह देते है पर जब अधिकारियों से कालोनी की गंदगी साफ़ करने की गुजारिश करते है तो उन्हें ट्रांसफर की धमकी मिलती है।
मरीजों से भी ज्यादा बीमार जिला चिकित्सालय में सफाई का आलम ऐसा की वार्डों के बगल में ही शौच की टंकी बनी है जो ओवरफ्लो रहती है ,जिससे मरीजों को भी काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जब बलिया जिला चिकित्सालय के सीएमएस से खुले में शौच गिरने पर सवाल पूछा गया तो सीएमएस साहब मीडिया पर ही भड़क गए पर जब अपनी ही आँखों से स्वछता का हाल देखा तो जनाब ने बतया की 2016 में जिस ठेकेदार को सफाई का ठीका दिया गया था वो अधूरा काम करके भाग गया। लिहाज़ा पेमेंट का मामला कोर्ट में चल रहा है तो मै क्या कर सकता हूँ।
शौच को लेकर सरकारी सोच कैसी है इसकी पड़ताल करते हुए जब विकास भवन के पीछे मौजूद सरकारी कालोनी की हालत तो इतनी बद्द्तर है की वहा रहने वाले सरकारी कर्मचारियों के परिवार वाले कहते है की सरकार किराया लेकर भी कोई सुविधा नहीं देते ऐसे में शौच खुली नालियों के जरिये घरों में आ जाता है।
ऐसे में समाज को सुरक्षा देने वाले पुलिस कर्मियों की सरकारी कालोनी का हाल तो इतना बुरा है की यहाँ कई बिल्डिंग के पीछे बने सेफ्टी टैंक भर चुके है और यहाँ रहने वाले अपने घरों के पीछे खुले में शौच गिराते है जिससे बदबू तो आती ही है संक्रामक बीमारियों का भी खतरा बना रहता है। ऐसे में बलिया नगरपालिका के अधिशाषी अभिनता दिनेश विश्वकर्मा का कहना है की खुले में शौच गिराना अपराध है पर सरकरी कालोनियों में अगर इस तरह की समस्या है तो उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
(रिपोर्ट- मनोज चतुर्वेदी, बलिया )