सूबे के सोनभद्र जनपद की सीमाएं चार राज्यों (छत्तीसगढ़ , मध्य प्रदेश ,बिहार व झारखण्ड) से लगती है। जिसका फायदा तस्करों व अपराधियो द्वारा अक्सर उठाया जाता है।
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सोनभद्र जिले में उड़ीसा से गांजा की तस्करी पूर्वांचल के जिलो में लाकर तस्करों द्वारा किया जाता है लेकिन इस रास्ते पर अब एसटीएफ की नजर पड़ गयी है। जिसका असर आज जिले में देखने को मिला और बहुत बड़ी कामयाबी एसटीएफ को लगी है।
एसटीएफ लखनऊ से जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि एसटीएफ यूपी को भारत के विभिन्न राज्यो से अवैध मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले शातिर तस्करों के सक्रिय होने की सूचना प्राप्त हो रही थी। जिनके विरुद्ध एसटीएफ की विभिन्न टीमें गठित की गई। यह टीम एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह के पर्यवेक्षण में उप निरीक्षक शिवनेत्र सिंह के नेतृत्व में अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी। मुखबिर की सूचना पर कि उड़ीसा राज्य से गांजा की बहुत बड़ी खेप सोनभद्र आने वाली है ।
इस सूचना पर विश्वास करके एसटीएफ ने चोपन पुलिस के सहयोग से चोपन थाना क्षेत्र के प्रीतनगर से 08 कुन्तल गांजा एक से बरामद किया। इसके साथ ही एक ब्रेजा गाड़ी के साथ चार लोगों बीरन सिंह पुत्र उदय सिंह निवासी खड़वाई थाना सिंकदरा जिला आगरा , प्रवेश यादव पुत्र राम सेवक निवासी राजपुरानी थाना भिगना जिला श्रावस्ती , राजेन्द्र जायसवाल पुत्र रमेश चन्द्र निवासी बल्ली का अड्डा थाना कोतवाली नगर जिला मिर्जापुर और जितेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह पुत्र कमला शंकर सिंह पुत्र कुरौठी पाण्डेय थाना विंध्याचल जिला मिर्जापुर को भी पकड़ा है। वही इस मामले में एसटीएफ का कहना है कि 08 कुन्तल गांजे की अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कीमत लगभग 1 करोड़ रुपए है।
मिली जानकारी के अनुसार एटीएस को टिप मिली थी कि उड़ीसा और आंध्र प्रदेश से तस्करी कर गांजे की बड़ी खेप सोनभद्र में लाई जा रही है। इस खेप को यहां से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पहुंचाया जाना है। जिसको देखते हुए एसटीएफ और जनपद पुलिस के द्वारा संयुक्त कार्रवाई की गई। जिसमे ट्रक नम्बर RJ 11 GA 8266 से 300 नमक की बोरी में गांजा बरामद किया गया। वही ट्रक को रास्ता दिखा रही ब्रेजा कार UP 63 AL 7820 से दो लोगो को गिरफ्तार किया। वही एसटीएफ के द्वारा खंघाली गई जानकारी में यह निकल कर सामने आया है कि मिर्जापुर निवासी अवधेश पाण्डेय पुत्र रमेश पाण्डेय निवासी कस्बा व थाना मड़िहान जिला मिर्जापुर की सरपरस्ती में गांजे का खेल किया जाता है। उसके द्वारा गांजा को मिर्जापुर जिले तक ले जाया जाना था। वही यूपी एसटीएफ असली सरगना की तलाश में जुटी हुई है।
सोनभद्र जनपद की सीमा चार राज्यों की सीमाओं से सटा लगती है । जिसके कारण उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से होकर पूर्वांचल के मिर्जापुर, वाराणसी , चंदौली , गाजीपुर , जौनपुर , बलिया , गोरखपुर , मऊ सहित कई जिलों के लिए गांजा और शराब की तस्करी के लिए तस्करों को यह रूट मुफीद समझ आता है जिसके कारण इस क्षेत्र से होकर अक्सर तस्करी की जाती है और पुलिस के द्वारा की जाने वाली कार्रवाई में कभी तस्कर पकड़े जाते हैं तो कभी तस्करी को अंजाम देने में सफल भी रहते हैं।
जनपद में कई बार गांजे की बड़ी खेप पुलिस के द्वारा पूर्व में पकड़ा जा चुका है लेकिन अब एसटीएफ द्वारा दो बार से बड़ी खेप गांजे की पकड़ा जाना जनपद पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़ा करता है।
इतनी बड़ी कार्रवाई के बावजूद भी तस्करी पर लगाम लगता दिखाई नही दे रहा है। हालांकि पुलिस के द्वारा तस्करी करने वाले तस्करों के खिलाफ गैंगेस्टर और संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई की जा रही है।
(रिपोर्ट-रविदेव पांडेय, सोनभद्र)