ICC ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को दिया एक और झटका, अब ये करने से रोका
स्पोर्ट्स डेस्क- इंग्लैंड का लॉर्ड्स मैदान और साल 2010 ये साल, स्टेडियम व देश पाकिस्तान के कुछ खिलाड़ी शायद कभी भूल नही पाएंगे। जी हां हम बात कर रहे है पाकिस्तानी खिलाड़ी मोहम्मद आमिर, मोहम्मद आसिफ और सलमान बट्ट की जिनको साल 2010 में स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया था।
जिसके चलते इन तीनों को जेल जाना पड़ा। हालांकि आमिर ने कुछ साल बाद वापसी कर ली, लेकिन आसिफ और बट्ट का करियर खत्म हो गया। साल 2018 में वही टीम और वही मैदान। 24 मई को टेस्ट के पहले दिन पाकिस्तान के दो खिलाड़ियों को मैच के दौरान स्मार्ट वॉच पहने देखा गया।
वो स्मार्ट वॉच जिससे कोई भी मैसेज या ईमेल तक भेजा जा सकता है और जो वाई-फाई तक से कनेक्ट हो जाती हैं। बिलकुल हमारे स्मार्ट की तरह। वैसे ही कलाई पर बंधने वाली घड़ियां भी। जो 24 घंटे आपकी एक्टिविटी को ट्रैक करती हैं। सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक। फोन से कनेक्ट रहती हैं और ईमेल से लेकर मैसेजिंग तक की सुविधा इसमें रहती है।
दरअसल इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने इन खिलाड़ियों पर मैच के दौरान ये स्मार्ट वॉच पहनने पर रोक लगा दी है। टीम को हिदायत दी गई है कि इस तरह के किसी भी गैजेट का मैच के दौरान उपयोग न करें। खिलाड़ी असद शफीक़ और बाबर आज़म ने ये बॉच पहनीं हुई थीं जिनकी फोटो बाद में सोशल मीडिया पर फैलीं।
आईसीसी इसलिए भी हरकत में आई क्योंकि अभी फरवरी में ही पाकिस्तान के प्लेयर शाहवाज़ हसन को स्पॉट फिक्सिंग की कोशिश करने के चलते साल भर के लिए बैन किया गया है। फिक्सर मैच के दौरान खिलाड़ियों से किसी भी तरह से जुड़ ने सके । इन्ही सबके मद्देनजर ICC ने शख्त तेवर अपनाए है।
आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट का मानना है कि ये स्मार्ट वॉच वाई-फाई और स्मार्ट फोन से कनेक्ट होती हैं और इसने किसी भी तरह का कम्युनिकेशन स्थापित किया जा सकता है। हर आईसीसी इवेंट में मैदान के भीतर मोबाइल फोन भी नहीं ले जाया जा सकता है।
मैच शुरू होने से पहले सभी खिलाड़ियों और मैच ऑफिशियल्स के फोन जमा कर लिए जाते हैं और मैच खत्म होने के बाद उन्हे वापस सौंप दिए जाते हैं। अब ये सख्ती इसलिए भी हो रही है कि आए दिन क्रिकेट में फिक्सिंग की खबरें आती रहती हैं।
अब बात करते है भारत में होने वाले आईपीएल मैचों की जहां आपने खिलाड़ियों को अक्सर ये वॉच पहने देखा होगा। वैसे तो आईपीएल पर आईसीसी का कोई दखल नही है। लेकिन मैच फिक्सिंग को रोकने के लिहाज से ये कदम आईपीएल में भी उठाया जाना चाहिए।