सरकारी लंच पैकेट से नहीं मिट रही दिव्यांगों की भूख
दिव्यांग छात्रों ने बयां किया दर्द, 5-6 पूडियो से नही भर रहा पेट, भर पेट भोजन मुहैया कराने का दावा कर रहा जिला प्रशासन
सुल्तानपुरः लॉकडाउन के एलान के बाद से देश के अलग-अलग हिस्सों से गरीब और मजदूर लोगों की परेशानियों की भी तस्वीरें सामने रही हैं.वहीं यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने लॉकडाउन के दौरान सभी (Hunger) को भरपेट भोजन मुहैया कराने का वादा किया था. जिसका दारोमदार उन्होंने प्रशासन को सौंपा है.
दिव्यांग छात्रों ने बयां किया दर्द
लेकिन इन सबके बावजूद भी कुछ दिव्यांग भरपेट भोजन को तरस रहे हैं. उनका कहना है कि सरकारी लंच पैकेट में गिनती की कुछ पुड़ियां मिलती हैं, जिससे भूख (Hunger) तक नहीं मिट पाती है. यह दर्द दिव्यांग कल्याण संस्थान के छात्रों ने बयां किया. दरअसल ये वो छात्र हैं जो यहां पढ़ने के लिए इक्ट्ठे हुए हैं और इन्हें क्वारंटाइन किया गया है.
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भोजन मुहैया कराने का दावा कर रहा जिला प्रशासन
बता दें सूबे मुखिया के आदेश के बाद सभी जिला प्रशासन लॉकडाउन में सभी जरूरतमंदों को भोजन मुहैया कराने का दावा कर रहें हैं. लेकिन इतने में लोगों की भूख (Hunger) नहीं मिट रही. दिव्यांगों ने बताया कि कोरोना वायरस के प्रभाव के चलते उनके बच्चों को भरपेट भोजन नहीं मिल पा रहा है. सामाजिक संस्थानों और प्रशासन की तरफ से भेजी जा रही छोटी-छोटी पूड़ी से उनका पेट नहीं भर पा रहा है. वो चाहते हैं कि उन्हें सूखा राशन मिल जाए. जिससे वो पर्याप्त मात्रा में भोजन अपने बच्चों को मुहैया करा सकें.
5-6 पूडियो से नही भर रहा पेट
अमर दिव्यांग सेवा संस्थान में दिव्यांग बच्चों के प्रबंधन में जुटी एक महिला ने बताया कि उन्होंने कई बार मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर इसकी शिकायत की है. उनके पास बहुत आर्थिक रूप से तंग बच्चे हैं. इतने पैसे का प्रबंधन नहीं है कि भोजन खरीद कर खिलाया जा सके. प्रशासन से मांग की गई लेकिन पांच से छह पूडियां एक पैकेट में दी जाती हैं. जो पर्याप्त नहीं है.
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