अधिकारियों की लापरवाही से भीग गया सैकड़ों कुंतल गेहूं…

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बाराबंकी — उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सबसे करीब बाराबंकी जिले में गेहूँ खरीद केंद्रों की स्थिति काफी बदतर है।अधिकारियों द्वारा किसानों से निर्धारित लक्ष्य से ज्यादा गेंहू की खरीद तो कर ली गयी लेकिन उस गेहू को सही स्थान पर रखने के लिए अधिकारी नाकाम रहे ।और बाराबंकी में सैकड़ो कुंटल गेहूं बारिश में  भीग कर बर्बाद हो गया।

दरअसल मामला यूपी के बाराबंकी जिले इस बार कुल 109 क्रय केंद्र खोले गए थे,और गेहू खरीद के निर्धारित लक्ष्य 95 हजार मेट्रिक टन से ज्यादा की गेहू खरीद की गई है। पूरे जिले में अबतक 96.299 हजार  मीट्रिक टन गेहू की खरीद हुई है।सरकार की ओर से अपनी वाह वाही पाने के लिए जिले के अधिकारियों ने लक्ष्य से अधिक गेंहू खरीद तो करवा दी लेकिन इस गेंहू को उचित स्थान पर रखने के लिए जिला प्रशाशन के पास जगह तक नही बची है।

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अगर बात जिले की हैदरगढ़ तहसील स्थित पेचरूवा गाँव की की जाए तो इस गाँव मे सघन सहकारी समिति पर जिला प्रशासन द्वारा गेंहू खरीद केंद्र खोला गया था। इस गेंहू क्रय केंद्र के बाहर करीब सैकड़ो बोरी गेंहू लगा हुआ था।लेकिन अधिकारियों द्वारा उचित प्रबंध न कर पाने के कारण जिले दो दिन पहले आयी बारिश से सैकड़ो बोरी गेंहू भीगकर बर्बाद हो गया।

यहाँ तक कि गेहू भीगने के बाद भी जिले के उच्च अधिकारियों ने इस मामले पर कोई संज्ञान नही लिया।बल्कि आनन फानन में भीगे हुए गेंहू को गोदाम में पहुँचा दिया गया।बाकी गेंहू को सड़क के किनारे कर्मचारियों द्वारा आज भी सुखाया जा रहा है।बात सिर्फ पेचरूवा स्थित गेंहू क्रय केंद्र की नही बल्कि जिले के लगभग क्रय केंद्रों का यही हाल है।वही जिले के हरख क्षेत्र में स्थित क्रय केंद्र पर भी गेंहू को बरसात से बचाने के लिए किसी भी तरह के प्रबंध नही किए गए है।

वही किसानों ने भी आरोप लगाते हुए बताया कि इन क्रय केंद्रों पर सिर्फ बिचौलियों से व बड़े व्यापारियों से ही गेहू खरीद  की जाती है।जिससे किसान की समस्या जस की तस बनी हुई है।जबकि सैकड़ों बोरी गेंहू के बर्बाद हो जाने के बावजूद भी जिले के उच्च अधिकारी इस पर कोई संज्ञान नही ले रहे है।मौके पर मौजूद चौकीदार रामकिशोर ने बताया की लगभग 500 बोरी गेंहू भीग गया था जिसे कुछ गोदाम में अभी भी रखा हुवा हैं।

(रिपोर्ट-सतीश कश्यप,बाराबंकी)

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