ऐतिहासिक रामलीला में रात भर चली ‘रासलीला’, पुलिस वाले भी लेते रहे मजे
मंच पर राम और सीता बैठे रहे और सामने नोटों के बारिश के बीच अश्लील गानों पर बेशर्मी भरा डांस चलता रहा.
बलिया–रसड़ा तहसील के ऐतिहासिक रामलीला में जमकर बार बालाओं का डांस हुआ| इस दौरान मंच पर राम और सीता बैठे रहे और सामने नोटों के बारिश के बीच अश्लील गानों पर बेशर्मी भरा डांस चलता रहा|
मर्यादा पुरुषोत्तम राम की जीवनी हर किसी के लिए आदर्श और प्रेरणा का मानक है पर राम के नाम पर भी अश्लीलता फ़ैलाने से लोग बज नहीं आ रहे है| बलिया जनपद के रसड़ा तहसील में होने वाले ऐतिहासिक रामलीला को देखने हज़ारो लोग आते है| जो राम और सीता का दर्शन कर भक्ति के सागर में डूब जाते है| पर इस बार रामलीला के दौरान अश्लील गानों और बार बालाओं के ठुमको ने राम लीला को रासलीला बना दिया| बेशर्मी की सारी हदे पार करते हुए पुलिस की मौजूदगी में बार बालाए ठुमके लगाती रही पर राम की सुरक्षा में लगी पुलिस भी बेशर्म निगाहों से रासलीला का मजा लेती रही|
150 वर्षो से आदर्श नगरपालिका रसड़ा के ब्रम्ह स्थान पर भगवन राम के राजतिलक का मंचन किया गया जाता रहा है| जिसके जरिये राम के लम्बे वनवास के बाद अयोध्या में आने की ख़ुशी और उनके आदर्शो को रामलीला के जरिये दिखाया जा रहा था| पर इस बार रामलीला कमेटी ने कुछ ऐसा किया की सभी की आंखे शर्म से झुक गयी| राम लीला के मंच पर पुरुषोत्तम राम और सीता बैठी हुई थी और आस्था की आड़ में रंगरलिया मनाते कमेटी के सदस्य बार बालाओ के ठुमको पर नोटों की गड्डिया उछाल रहे थे|
दरअसल यह रामलीला जिस ब्रम्ह स्थान पर आयोजित होती है वो श्रीनाथ मठ का है और उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री इसी सम्प्रदाय से जुड़े है| ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ला का कहना है की राम लीला के जरिये ही राम के चरित्र से लोग प्रेरणा लेते है मगर रामलीला कमेटी द्वारा रामलीला के गरिमा को नष्ट करने का प्रयास किया गया है| उसकी निंदा करते हुए आयोजको पर एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही|
(रिपोर्ट-मनोज चतुर्वेदी, बलिया)