18 दिसंबर को होगी संजय दत्त के ‘जादू की झप्पी’ मामले की केस वापसी की सुनवाई
बाराबंकी —साल 2009 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की एक रैली में बीएसपी सुप्रीमो मायावती के लिए विवादित टिप्पणी करने वाले अभिनेता संजय दत्त पर लंबित मामले को सरकार वापस ले सकती है। 2012 में ही सरकार द्वारा केस वापस की एप्लीकेशन दी गयी थी। फिलहाल संजय दत्त का यह मामला ए0सी0जे0एम 2 के कोर्ट नंबर 25 में है। अब 18 दिसंबर को कोर्ट में केस वापसी पर सुनवाई होगी।
दरअसल यह पूरा मामला 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान का है। जब 19 अप्रैल को दरियाबाद विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत टिकैतनगर कस्बे में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में एक जनसभा का आयोजन किया गया था। इसमें समाजवादी पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह व गोरखपुर से लोकसभा प्रत्याशी मनोज तिवारी के अलावा पार्टी के स्टार प्रचारक व फ़िल्म अभिनेता संजय दत्त भी आये हुए थे। इस जनसभा के दौरान संजय दत्त ने मंच से बसपा सुप्रीमो के लिए टिप्पणी की थी। अभिनेता संजय दत्त ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती के लिए जादू की झप्पी देने वाली विवादित टिप्पणी की थी। इस भाषण की निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार वीडियो रिकार्डिंग करवाई जा रही थी। जिसके साक्ष्य के आधार पर 19 अप्रैल 2009 को थाना टिकैतनगर पर तत्कालीन थानाध्यक्ष विनय मिश्रा ने संजय दत्त के खिलाफ बसपा सुप्रीमो मायावती के लिए अभद्र व अशोभनीय टिप्पणी करने का मामला दर्ज कराया था।
बाद में मामले में हाईकोर्ट ने स्टे आर्डर पास कर दिया था, लेकिन बाद में हाईकोर्ट ने अपने स्टे आर्डर को वेकेट कर दिया था। वर्तमान में इसी प्रकरण में बाराबंकी के एसीजेएम कोर्ट ने अभिनेता संजय दत्त के खिलाफ समन जारी करते हुए मुम्बई पुलिस कमिश्नर को 16 नवंबर 2017 से पहले इस को तामील करते हुए तामील रिपोर्ट देने के आदेश देते हुए पत्र प्रेषित किया था ।