चारबाग रेलवे स्टेशन से करोड़ो का सोना जब्त
लखनऊ– 70 के दशक में सोने की स्मगलिंग के जिस धंधे ने हाजी मस्तान, दाऊद इब्राहिम, छोटा राजन, करीम लाला जैसे माफियाओं को पैदा किया, सोने की स्मगलिंग का वह धंधा एक बार फिर अपने पैर पसारते दिख रहा है।
सोने पर अधिक सीमा शुल्क स्मगलिंग के इस कारोबार के पनपने की बड़ी वजह बना है। चारबाग रेलवे स्टे शन पर पुलिस ने 6 किलो सोने के साथ 4 तस्करों को गिरफ्तार किया है। ये लोग जींस की कमरपट्टी में 6 किलो सोना छिपाकर दिल्ली ले जा रहे थे। चोरों को पास से बरामद किए गए सोने की कीमत एक करोड़ 1. 80 लाख रुपए बताई जा रही है।
डीआरआई यानि डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस टीम के मुताबिक राजस्थान के गंगानगर निवासी कुलदीप सिंह, जीवन सिंह और जम्मू निवासी राजेश कुमार और कुलदीप सिंह को चारबाग स्टेशन से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वे डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस से उतरकर बस से दिल्ली जाने की तैयारी में थे।
इनके पास से मिला सोना म्यांमार के मोरे बॉर्डर के रास्ते गुवाहटी लाया गया था। वहां से ये चारों सोना दिल्ली ले जाने के लिए डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस में सवार हुए। गिरफ्तार तस्करों ने बताया कि मोरे बार्डर से सोना असम पहुंचने के बाद उस पर बने विदेशी मार्का को सोने की पतली परत चढ़ाकर मिटा दिया जाता है। इसके बाद यह सोना दिल्ली, कानपुर, लखनऊ और दूसरे शहरों में जाता है।
इस गोरख धंधे में लिप्त ज्वैलर्स ऐसे सोने से करीब 13 प्रतिशत सीमा शुल्क बचा लेते हैं। पूछताछ में चारों ने बताया कि उन्हें किसी भी स्थान पर आने-जाने और रुकने का खर्चा तस्करी सिंडीकेट के लोग उठाते हैं। उन्हें कहां जाना है, किससे मिलना है, कहां रुकना है और यात्रा के टिकट सभी कुछ वॉटस एप पर मिल जाते हैं। फिलहाल पुलिस की टीम गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ में जुटी है।