ब्लड कैंसर से पीड़ित नाबालिक छात्रा संग सामूहिक दुष्कर्म
लखनऊ – राजधानी लखनऊ को एक शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक ओर पुलिस महिला सुरक्षा सप्ताह अभियान चला कर स्कूल व कॉलेजो में जाकर छात्राओं को अपने सुरक्षा के प्रति जागरूक कर रही है वहीँ कुछ दरिंदो ने मासूम कैंसर पीडिता को अपनी हवस का शिकार बना पुलिस को कड़ी चुनौती दे डाली ।
सरोजनीनगर थाना क्षेत्र में शनिवार शाम तीन दरिंदो ने एक कैसर पीड़ित नाबालिक छात्रा को बहला फुसला कर सुनसान क्षेत्र के एक निर्माणाधीन प्लाट में ले जाकर अपनी हवस का शिकार बना कर फरार हो गये।वहीं बेसुध छात्रा रात लगभग 10 बजे होश में आने पर किसी तरह मुख्य मार्ग पर आयी और किसी तरह घर पहुँच परिजनों को आपबीती बताई ।बेटी की पीड़ा सुन पिता ने स्थानीय थाने पहुँच तीन युवको के खिलाफ नामजद तहरीर दी। पुलिस ने देर रात छापेमारी कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है वहीँ मुख्य दो आरोपी फरार हो गये जिनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
चिन्लावा सरोजनीनगर निवासी नाबालिक पीड़िता के पिता की तहरीर पर स्थानीय पुलिस ने बलत्कार व पाक्सो एक्ट में मुकद्दमा दर्ज कर देर रात आरोपियों की तलाश में दबिश देते हुए रहीमाबाद निवासी आरोपी वीरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया वहीँ मुख्य आरोपी शुभम और एक अन्य आरोपी सुमित घर छोड़ फरार हो गये है जिनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है ।
पीड़िता के पिता के मुताबिक शनिवार शाम लगभग 5 बजे नाबालिक छात्रा अपनी माँ को बता पास के बाजार से सामान लेने निकली थी फिर काफी देर तक वापस घर न लौटने पर हमलोग तलाश कर रहे थे कि रात लगभग 10 बजे बदहवाश अवस्था में घर पहुंची और अपनी आपबीती बतायी जिसपर पिता तुरंत स्थानीय थाने पहुंचे और नामजद लिखित तहरीर दी। पीड़िता के मुताबिक आरोपी युवक शैलेन्द्र के नाम से अक्सर फोन करता था शाम बाजार में मिला और अपने साथ दो किमी दूर एक प्लाट पर ले गया वहां दो युवक पहले से थे और उन लोगो ने मेरे साथ गलत काम किया।
छः साल से चल रहा है कैंसर का इलाज
पीड़िता नाबालिक छात्रा तीन बहनों में सबसे छोटी है और उसका ब्लड कैंसर का इलाज चल रहा है। थाने पर पीडिता के पिता ने रोते हुए बतायाकि उनकी बेटी को ब्लड कैंसर है जिसका पता 2011 में चला था जिसके बाद मुंबई इलाज कराया गया और वर्तमान में लखनऊ के मेडिकल कालेज से इलाज चल रहा है। पिता ने रोते हुये बस यही कहा कि न जाने मैंने कौन सा पाप किया है कि इतनी सी उम्र में बेटी ब्लड कैंसर से लड़ रही है और अभी उससे उबर भी नहीं पायी कि उसके जीवन में यह कलंक हो गया पिता ने बतायाकि बीमारी के कारण ही चार साल तक बेटी की पढाई बाधित रही है।
शैलेन्द्र बन करता था आरोपी फोन
स्थानीय थाना प्रभारी डी के शाही ने बतायाकि पीड़िता के मोबाईल से जो नंबर निकला है उस नंबर से कई बार फोन किया गया फोन करने वाला आरोपी शुभम है जोकि अक्सर पीड़िता को शैलेन्द्र बन फोन करता था ।