धड़ल्ले से चल रहा होली के रंगों में मिलावट का खेल !
हाथरस– यूपी के हाथरस में रंग बनाने वाली फैक्ट्री व उनके संचालको को न योगी सरकार का कोई ख़ौफ़ है न जिला प्रशासन का कोई डर । यहां होली के रंगों में मिलावट का खेल धड़ल्ले से चल रहा है ।
हाथरस वैसे तो कई और चीजो के लिए भी मशहूर है लेकिन जिले की एक पहचान रंग और गुलाल से भी होती है । हाथरस में होली के त्योहार लिये रंग और गुलाल बड़े पैमाने पर बनाया जाता है जो कि यहां से देश के छोटे बड़े शहरों में सप्लाई किया जाता है । लेकिन वही रंग और गुलाल बनाने वाले निर्माताओं की बड़ी लापरवाही यहाँ देखने को मिल रही है । बड़ी-बड़ी फ़ैक्टरियों में रंग व गुलाल के नाम पर मिट्टी और बालू बेची जा रही है। फ़ैक्टरियों में रंग और गुलाल में मिट्टी व बालू और त्वचा को नुकसान पहुचाने वाले खतरनाक कैमिकल भी मिलाये जा रहे है। जो होली पर रंग और गुलाल की होली खेलने के बाद शरीर को नुकसान पहुँचा सकते है ।
इसमे कही न कही जिला प्रशासन की भी लापरवाही देखने को मिली रही है क्योकि शिकायत करने के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा इन रंग और गुलाल बनाने वाली फैक्ट्री संचालको के खिलाफ कोई कार्यवाही अमल में नही लाई जा रही है । जिसके चलते रंग निर्माता धड़ल्ले से मिलावट करने में कोई भी कोई संकोच नही कर रहे है और लोगो की जिंदगी से खुलेआम खिलवाड़ कर रहे है । हाथरस ही नही देश के कोने कोने में मिलावटी रंग और गुलाल की सप्लाई की जा रही है। पैसा कमाने की चाह में रंग निर्माता नियम और कानून को भी ठेंगा दिखा रहे है ।
वही रंग और गुलाल बनाने वाली फ़ैक्ट्री के पास रहने वालो का जीना मुश्किल हो गया है । फ़ैक्ट्री में बन रहे रंग की गंध की वजह से लोगो का साँस लेना भी में तकलीफ होती है । इस बारे में कई बार अधिकारियो से शिकायत भी की है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती | वही उपजिलाधिकारी का कहना है की इस सम्बन्ध में जानकारी हुई है की मिटटी से गुलाल बनाया जा रहा है इसकी जाँच कराई जायेगी और जाँच करने के बाद यदि कोई बात सामने आती है तो सम्बंधित थाने में कार्यवाही कराई जायेगी |
(रिपोर्ट- सूरज मौर्या ,हाथरस )