फर्जी आधार कार्ड से खाता खुलवाने वाला जालसाज बैंक कर्मियों की सतर्कता से गिरफ्तार
लखनऊ– राजधानी लखनऊ मोहनलालगंज थाने के अंतर्गत पंजाब नेशनल बैंक में कुछ समय पहले फर्जी आधार कार्ड लगाकर खाता खुलवाने वाले एक जालसाज को बैंक कर्मियों की सक्रियता से पुलिस ने हिरासत मे लेकर कड़ाई से पूछताछ की।
इसके साथ ही पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर की तहरीर पर जालसाज व उसके साथियों के खिलाफ मोहनलालगंज पुलिस ने धोखाधड़ी तहत अन्य धाराओं में मुकदमा कर लिया। वही आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है; जबकि उसके साथी की तलाश पुलिस ने शुरू कर दी है।
इस्पेक्टर मोहनलालगंज ने बताया जालसाज ने 22 दिसम्बर 2016 को मोहनलालगंज में पंजाब नेशनल बैंक शाखा में भोगेलाल निवासी हरकंशगढ़ी के नाम से आधार कार्ड बनवाकर एक खाता अपने साथी मयंक कुमार वर्मा निवासी मदनखेड़ा मजरा दयालपुर थाना निगोहाँ की मिलीभगत से खुलवाया था। लेकिन खाते मे लेनदेन ना करने पर खाते को बैंक कर्मियों ने फ्रीज कर दिया। वहीं उक्त जालसाज भोगेलाल ने फरवरी 2017 को उन्नाव के पुरवा तहसील क्षेत्र मे लखनऊ निवासी शालिनी , शाहनजफरोड के नाम पचास लाख रुपये में फर्जी किसान बनकर रजिस्ट्री कर दी। जमीन पर जब कब्जा लेने पहुँचे तो पता चला रजिस्ट्री करने वाला भोगेलाल फर्जी व्यक्ति है; जिसके बाद शालिनी ने उसके खिलाफ पुरवा कोतवाली में जालसाजी, धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं मे मुकदमा दर्ज कराकर मोहनलालगंज के पंजाब नेशनल बैंक पहुँचकर बैंक मैनेजर पवन कुमार पांडे को एफआईआर कॉपी सहित उसके द्वारा बैंक मे लगाये गये आधार कार्ड को फर्जी होने के सबूत दिये। जिसके बाद बैंक कर्मियों नें जालसाज के खाते को फ्रीज कर दिया, लेकिन खाते में जमा लाखों रुपये निकालने भोगेलाल के नाम से ही दूसरा आधार कार्ड बनवाकर बीते बुधवार को बैंक मैनेजर के पास पहुँचकर खाते को चालू करने की बात कही। बैंक मैनेजर ने तत्काल पुलिस को सूचना दी जिसके बाद मौके पर पहुँचे दरोगा राम प्रकाश त्रिपाठी ने जालसाज को हिरासत मे लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने एक ही नाम के दो अलग-अलग पतों के फर्जी आधार कार्ड बनवाने की बात कबूली। पूछताछ में अपना असली नाम नसीम निवासी मितौली, जनपद लखीमपुर बताया और जालसाजी में शामिल अन्य साथियों के नाम बताये। बैंक मैनेजर की तहरीर पर पुलिस ने जालसाज नसीम के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी सहित अन्य धाराओं मे मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है।
रिपोर्ट-राहुल यादव, लखनऊ