नाबालिग से जबरन दुष्कर्म, घटना ने उधेड़ कर रख दी सरकारी योजना की बखिया !
फर्रुखाबाद–कोतवाली कायमगंज के ग्राम में आज सुबह खेत मे शौच करने गयी किशोरी के साथ जबरन दुष्कर्म किया गया।परिजनों पुलिस को सूचना देने के साथ आरोपी युवक को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया है।
कोतवाली क्षेत्र के गांव बल्लू बेहटा निवासी नावलिक लड़की गांव के ही दिनेश श्रीवास्तव के बंजर खेत में 7 बजे शौच करने गई थी तभी गांव के ही राजू बाथम पुत्र पातीराम ने किशोरी को पकड़ लिया और उसके साथ अश्लील हरकतें करने के बाद जबरन दुष्कर्म किया। जब पीड़ित किशोरी ने शोर मचाया तो राजू ने उसे जान से मारने की धमकी दी और किसी से कहना मत फिर भी उसने अपने घर वालो को घटना की पूरी जानकारी दे दी।पीड़ित किशोरी के भाई ने डायल हंड्रेड पर घटना की शिकायत दर्ज कराई।
युवती के परिजनों ने राजू को पकड़ लिया उसकी पिटाई भी की है। रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कोतवाली ले गए। पीड़ित परिवार के लोगो ने बताया कि विवाहित राजू के तीन बच्चे हैं। पीड़ित युवती की मां ने रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है। पुलिस ने सायं 4 बजे तक घटना की रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इंस्पेक्टर जसवंत सिंह ने बताया कि वह सुबह से हत्या के मामले में कोतवाली से बाहर हैं उन्हें इस घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है। वरिष्ठ उपनिरीक्षक आर एस वर्मा ने बताया कि इस मामले की अभी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है।
नावलिक लड़की के साथ परिवार के ही युवक ने जबरन दुष्कर्म किया उसके बाद उसको पुलिस को सौंपने के बाद आरोपी के खिलाफ थाने में तहरीर भी दी गई महिला दरोगा ने घटना के बारे में लड़की व उसके घर वालो से पूछताछ भी लेकिन शाम तक कोई मुकदमा दर्ज नही किया गया था।क्योंकि जो आरोपी है वह शादीशुदा होने के साथ तीन बच्चों का पिता भी है। यदि पुलिस मुकदमा दर्ज करती है तो आरोपी को फांसी की सजा मिलेगी।उस पीड़ित युवती को तो न्याय मिल जायेगा वही जिस प्रकार से आरोपी के घर वालो ने उसके लिए खड़े नही दिखाई दिए तो उसके बच्चे बेमौत मर जायेंगे।लेकिन उसने जो गलत काम किया है वह माफी के लायक तो नही है।वही मुकदमा न दर्ज करना पुलिस की कार्य प्रणाली पर सबाल उठा रही है।आखिर जब पीड़ित की मां ने तहरीर भी दी है तो मुकदमा दर्ज क्यो नही किया गया है।जब क्षेत्रीय पुलिस काम नही करती है तो पीड़ित अधिकारियों की चौखट पर फरियाद करने पहुंच जाते है उसी बजह से अधिकारियों के कार्यालयों पर भीड़ लगी रहती है।पुलिस थानों पर ही पक्षपात करना बंद करके कार्यवाही करनी शुरू कर दे तो शायद इस प्रकार की घटनाएं न हो सके।
सरकार ओडीएफ करने जिला करने जा रही है सभी के घरों में शौचालय बनवाने के लिए 12 हजार रुपये भी दे रही है।फिर भी घर की लड़कियां खेतो में शौच करने क्यो जाती है।घर की इज्जत बची रहे उसी बजह से शौचालय बनवाये गए है।खुले में शौच करने न जाती न ही इस प्रकार की घटना को कोई अंजाम दे पाता ।
(रिपोर्ट – दिलीप कटियार, फर्रुखाबाद )