अवकाश के दिन NIC में गुपचुप तरीके से जला दी फाइलें, पत्रकारों पर भड़के अधिकारी
बहराइच–एनआईसी में रविवार को अवकाश के दिन गुपचुप तरीके से फाइलों को जलाया जा रहा था। कुछ फाइलों को कबाड़ियों के हाथ भी रद्दी में बेच दिया गया था।
इसकी सूचना मिलने पर कुछ मीडिया कर्मी मौके पर पहुंच गए। जिस पर सूचना केंद्र के अधिकारी भड़क गए। डीएम ने पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट एसडीएम सदर से तलब की है। एसडीएम ने तहसीलदार को मौके पर भेजकर जांच के निर्देश दिए हैं।
कलेक्ट्रेट परिसर स्थित जिला सूचना एवं विज्ञान केंद्र के बाहर रविवार को कुछ फाइलों को गुपचुप तरीके से जलाया जा रहा था। वहीं कार्यालय से ही कुछ फाइलों को बाहर निकालकर कबाड़ियों को बुलाकर उन्हें रद्दी के भाव बेच दिया गया था। इसकी सूचना मिलने पर कुछ मीडियाकर्मी कलेक्ट्रेट पहुंच गए। सभी फाइलों को जलाए जाने की कवरेज कर रहे थे। तभी एनआईसी के कुछ कर्मचारी व अधिकारी बाहर निकल आए। सभी ने मीडिया के लोगों के साथ अभद्रता शुरू कर दी। फाइलों को जलाये जाने के बारे में कोई भी सही जानकारी नहीं दी गई। एनआईसी को जिले का सबसे महत्वपूर्ण महकमा माना जाता है। यहां जिले के हर विभाग में होने वाले विकास कार्यों के आंकड़ों को संरक्षित करते हुए उन्हें भारत सरकार और राज्य सरकार की वेबसाइट पर अपलोड किया जाता है। ऐसे में फाइलों को अवकाश के दिन जलाए जाने और बेचे जाने से कार्यालय के कर्मचारियों पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। जिला सूचना विज्ञान केंद्र अधिकारी एसएचए रिजवी ने बताया कि निष्प्रयोज्य फाइलों को ही जलाया जा रहा था। कार्य दिवस में भीड़भाड़ होने के चलते दिक्कत रहती है। इसलिए अवकाश के दिन कर्मचारियों को इस कार्य के लिए लगाया गया था।
एसडीएम सदर को सौंपी जांच:
कलेक्ट्रेट के एनआईसी भवन के सामने फाइलों को जलाए जाने के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। इसकी सूचना भी नहीं दी गई है। मामला संज्ञान में आया है। एसडीएम सदर को जांच सौंपी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
(रिपोर्ट- अनुराग पाठक, बहराइच )