जल सत्याग्रह कर रहे फौजी को पुलिस ने लिया हिरासत में
फर्रुखाबाद– परेशानी और समस्या समाधान के सारे रास्ते बंद हो जाने पर एक फौजी ने पांचाल घाट पर माँ गंगा के आँचल में खड़े होकर जल सत्याग्रह शुरू कर दिया; लेकिन प्रशासन को आंदोलन का यह तरीका बर्दाश्त नहीं हुआ।
देर रात फौजी को गोताखोरों की मदद से जबरन निकालकर पुलिस हिरासत में कोतवाली भेज दिया गया। यही नहीं डाक्टर की फिट रिपोर्ट के बावजूद देर रात उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती करा दिया गया, पर फौजी ने कहा है कि वह सत्याग्रह ख़त्म नहीं करेगा और जरूरी हो गया तो राष्ट्रपति के सामने आत्मदाह करेगा।
मामला फतेहगढ़ कोतवाली के गांव नौगवां कैंट निवासी फौजी नंबर 10405843 लैस नायक दयाराम का है. पिछले दिनों राष्ट्रपति, रक्षामंत्री व मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सात सूत्रीय मांगें पूरी न होने पर जल सत्याग्रह करने की घोषणा की थी। दयाराम ने कई बार अपनी समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिए पर किसी ने उसे इन्साफ नहीं दिला पाया। शायद यही कारण था कि उसने पांचाल घाट पहुंचकर गंगा में खड़े होकर जल सत्याग्रह शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर सीओ सिटी, शहर कोतवाली प्रभारी व फतेहगढ़ कोतवाली प्रभारी फोर्स लेकर गंगा किनारे पहुंचे। पुलिस अधिकारी कुछ देर तट पर खड़े रहे इसके बाद लौट गए। दयाराम ने अधिकारियों को लिखे पत्र में कहा है कि सेना में सर्विस के दौरान पदोन्नति व सर्विस में की गई अनियमितताओं की जांच की जानी चाहिए। उन्हें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री से मिलने का समय दिया जाए। मोहल्ला अम्बेडकर नगर निवासी एक महिला के मकान पर कब्जा कर लिया गया। उनसे लाखों रुपये दो भाइयों सहित अन्य लोगों ने ठग लिए।
प्रशासन व पुलिस के खिलाफ सैनिक का जल सत्याग्रह शुरू
देर रात पुलिस ने फौजी को गंगा से निकलकर हिरासत में ले लिया। गंगा जल से निकालकर उसे कोतवाली ले जाया गया.जहां फौजी ने कहा कि वह सत्याग्रह ख़त्म नहीं करेगा। जरूरी हुआ तो महामहिम राष्ट्रपति के सामने आत्मदाह करेगा। पुलिस ने देर रात फौजी को लोहिया अस्पताल में भर्ती करा दिया गया।
(रिपोर्ट -दिलीप कटियार , फर्रुखाबाद )